जालंधर, ENS: वेस्ट हलके के पारस एस्टेट में नाबालिग बच्ची के मर्डर केस को लेकर महिला आयोग की चेयरपर्सन राज लाली ने कहा कि इस केस में एएसआई मंगत राम को बर्खास्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि आरोपी ने घर के कमरे का बेडरूम, किचन सहित अन्य जगह दिखाई, लेकिन बाथरूम नहीं दिखाया। जिसके बाद मोहल्ला निवासियों ने घर में खुद जाकर बाथरूम से लड़की का शव बरामद किया।
वहां पर पुलिस ने जाकर देखा ही नहीं था। राज लाली ने कहाकि यहां पुलिस की लापरवाही हुई है और इस कोताही के दौरान अगर पुलिस पहले ही लड़की को घर में देख लेती तो शायद लड़की की जान बच सकती थी। इस मामले में एएसआई को पहले सस्पेंड कर दिया गया था। उनका कहना है कि एएसआई पर एफआईआर भी दर्ज होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस केस को लेकर डीजीपी गौरव यादव से 2 बार मीटिंग हो चुकी है। जिसमें डीजीपी गौरव यादव ने माना कि पुलिस की यहां पर नाकामी है और इसकी रिपोर्ट बनाई गई।
जिसके बाद उन्होंने केस को लेकर सख्त एक्शन लेते हुए एएसआई को बर्खास्त कर दिया। राजलाली ने कहाकि बेटी पढ़ाओं और बेटी बचाओं अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन सरकार या प्रशासन वहां क्या करें जब आपके पड़ोस में ही मुखौटा पहनकर शैतान बैठ जाए। उन्होंने कहा कि बच्चों को खुद ही जागरूक हमें करना होगा। उन्होंने कहा कि हर घर में पुलिस खड़ी नहीं हो सकती। वहीं राजलाली ने कहा कि इस केस में अन्य पुलिस कर्मियों पर भी एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए।