नई दिल्ली: हांगकांग के ताई पो जिले में मौजूद वांग फुक कोर्ट की कई इमारतों में बुधवार को अचानक से आग लग गई। इस आग की लपेटें इतनी तेजी से फैली की इसकी चपेट में 7 इमारतें आ गई है। कई घंटों की कोशिश के बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका। फायर डिपार्टमेंट के अनुसार, अब तक इस आग की चपेट में आने से 44 लोगों की मौत हो गई है। वहीं बड़ी संख्या में लोग अभी तक लापता है और अस्पतालों में कई घायलों का इलाज भी चल रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
करीबन 900 लोगों को अस्थायी राहत केंद्रों में रखा गया है ताकि उन्हें सुरक्षित जगह मिल पाए। घटना से जुड़े कई वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रही हैं। इसमें आग की लपटें तेजी से बढ़ती हुई दिख रही हैं। वीडियो में दर्जन फायर ब्रिगेड़ की गाड़ियां आग को बुझाने के लिए लगातार मेहनत करते हुई दिख रही हैं।
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इस तरह लगी बिल्डिंग में आग
रिपोर्ट्स की मानें तो वांग फुक कोर्ट में कुल आठ टॉवर ब्लॉक हैं। इसमें से हर एक 31 मंजिल ऊंची है और इसमें 1984 अपार्टमेंट है। हाल ही में इन टावरों की मरम्मत का काम चल रहा था और पूरी बाहरी संरचना पर बांस के मचान लगाए थे। शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि आग तेजी से एक इमारत से दूसरी इमारत में फैल गई। इसी क्रम में 8 से 7 इमारतें आग की चपेट में आ गई। बांस सूखा हुआ था और इसके कारण आग तेजी से फैल गई। दमकलकर्मियों के अनुसार, तापमान इतना ज्यादा था कि जली हुई सामग्री ऊपर उड़कर दूर-दूर तक गिर गई थी। इससे आग और फैलती चली गई।
1962 में भी लगी थी ऐसी आग
हांगकांग की इमारत में लगी आग को लेवल 5 कैटेगरी में रखा गया है। यह गंभीरता के मामले में श्रेणी 1 से 5 तक के पैमाने पर दूसरा सबसे ऊंचा स्तर है। इससे पहले 2008 में हांगकांग में ग्रेड 5 कैटेगरी की भीषण आग लगी थी। इसमें सिर्फ 4 लोगों की जान गई थी। वहीं साल 1962 में भी आग लगने के कारण 44 लोगों की मौत हो गई थी।