लुधियाना। पंजाब सरकार की ‘जिसका खेत उसकी रेत’ पॉलिसी बाढ़ प्रभावित इलाकों में किसानों को आर्थिक मदद देने के उद्देश्य से शुरू की गई थी, लेकिन अब रेत माफिया द्वारा इस पॉलिसी का गलत प्रयोग करके दरिया में पोकलेन मशीनें लगाकर रेत चोरी की जा रही है। जबकि चर्चा है कि माइनिंग विभाग और कई राजनेताओं की इसमें मिलीभगत है। उन्हें भी इसमें बड़ी हिस्सेदारी मिलती है। जिसके चलते अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो हुई है। वहीं, ये भी चर्चा है कि इस अवैध माइनिंग के पीछे शामिल रेत माफिया के एक प्रमुख सरगना G सिंह है। जिसकी ओर से सुबह से लेकर देर रात तक माइनिंग की जा रही है। जबकि नियमों के तहत पांच बजे के बाद माइनिंग हो ही नहीं सकती। लेकिन अब रेत माफिया ने उसे सहुलियत का नाजायज फायदा उठाना शुरु कर दिया है। बताया जा रहा है कि लुधियाना के थाना कूमकलां के अधीन आते गांव कालेवाल में यह अवैध रेत चोरी का धंधा जोरो से चल रहा है। देर रात तक रेत चोरी की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार गांव कालेवाल में पड़ी रेत की खड्ड नवां शहर की है। लेकिन खड्ड से आने जाने के लिए रास्ता लुधियाना की तरफ है। जिसके चलते रेत चोरी करके लुधियाना में आगे सप्लाई की जा रही है। रोजाना भारी मात्रा में वाहन रेत चोरी करके ले जाए जाते हैं। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि पूरे शहर को रेत चोरी की सूचना है, लेकिन माइनिंग विभाग को इसकी जानकारी नहीं मिल पा रही।
न पर्ची काटी जाती और न कोई कांटा
वहीं इस संबंध में थाना कूमकलां के एसएचओ अमृतपाल सिंह से संपर्क किया गया। उनकी ओर से कालेवाल गांव की खड्ड से रेत निकाल रहे एक व्यक्ति गोपी से संपर्क किया गया। उसने कहा कि वह न तो इसकी पर्ची काटते है और न ही किसी तरीके का कोई कांटा किया जाता है। जिससे साफ जाहिर है कि रेत माफिया द्वारा सरेआम रेत चोरी की जा रही है।
सीएम पॉलिसी के तहत निकाल रहे हैं रेत
वहीं माइनिंग कर रहे सिंह का कहना है कि पंजाब सरकार की ओर से जिसका खेत, उसकी रेत पॉलिसी के तहत निकाली जा रही है। उसी के तहत वह अपने खेतों में से रेत निकाल रहे हैं। जिसके लिए पोकलेन मशीन भी लगा रखी है। अपने खेत से रेत निकालने का कोई समय लिमिट नहीं है।
वाहनों को किया जाएगा जब्त
थाना कूमकलां के एडिशनल एसएचओ अमृतपाल सिंह का कहना है कि वह अवैध रेत खड्ड को तो नहीं रुकवा सकते। लेकिन बिना पर्ची और अवैध तरीके से रेत लेकर जाने वाले वाहनों पर जरुर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।