अमृतसरः देहात के थाना कांबो में पुलिस ने एक और आरोपी का एनकाउंटर किया है। बताया जा रहा है कि 16 नवंबर को गांव धुलके में एक दुकानदार की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसी मामले में कल एक युवक का एनकाउंटर किया गया था, जिसकी पहचान राजा बिल्ला के रूप में हुई थी। एनकाउंटर में राजा बिल्ला की मौत हो गई थी। वहीं नौजवान मंदीप सिंह शम्मी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में पता चला है कि हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार सुखप्रीत उर्फ सुख ने मुहैय्या करवाए थे। जो कि पटियाला का रहने वाला है। पुलिस का 7 दिनों में 5वां एनकाउंटर है।
पुलिस को सूचना मिली थी सुख कांबो थाना इलाके में घूम रहा है। जिसके बाद पुलिस ने इलाके में नाका लगाकर उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की, जिसमें सुखप्रीत के पैरों में गोली लगी और उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। पुलिस के मुताबिक, सुखप्रीत ने दुकानदार की हत्या में दोषियों को हथियार मुहैया कराए थे और उन्हें पनाह भी दी थी। आज भी वह किसी और वारदात के लिए हथियार देने पहुंचा था।
इस एनकाउंटर में बरामद हथियार भी सुखप्रीत द्वारा किसी अन्य अपराध के लिए दिया जाना था। मगर उससे पहले ही पुलिस ने आरोपी का एनकाउंटर कर हथियार बरामद कर लिया। अमृतसर डीआईजी संदीप गोयल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जो भी व्यक्ति अमृतसर ग्रामीण इलाके में शांति और कानून व्यवस्था को खतरे में डालने का प्रयास करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
डीआईजी बार्डर रेज संदीप गोयल ने बताया कि बीते दिन बाइक पर सवार दोनों बदमाश रईया नहर के पास जा रहे थे। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी। इसमें एक पुलिसकर्मी को गोली लग गई। जवाबी कार्रवाई में दोनों बदमाश घायल हो गए, जिसमें से एक ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था। जांच में सामने आया था कि आरोपियों ने पिछले दिनों 50 लाख की रंगदारी न देने पर एक दुकानदार की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद से पुलिस इनकी तलाश में छापेमारी कर रही थी।
कल मुठभेड़ में मारे गए बदमाश राजा बिल्ला ने बाबा बकाला हलके के धूलके गांव में एक दुकानदार की गोली मारकर हत्या कर दी थी। मृतक के बेटे लखविंदर सिंह ने बताया था कि पहले भी उनके घर पर 5 गोलियां चलाई गई थीं और 50 लाख रुपए की फिरौती की मांग की गई थी। पुलिस को सूचना देने के बाद परिवार को फिर कोई कॉल नहीं आई। लेकिन इसके बाद आरोपियों ने गोली मारकर पिता की हत्या कर दी।