प्रयागराजः शहर में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है जहां, पति ने बच्चा न होने से खफा होकर अपनी ही पत्नी की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी। फिर पुलिस को गुमराह करने के लिए उसने फर्श पर लिखा- मैं पागल थी, मेरा पति निर्दोष है। वारदात के बाद वह पीछे के गेट से ऑफिस चला गया। वहां से उसने मकान मालिक को फोन किया और कहा कि पत्नी से बात करा दीजिए। जब मकान मालिक ने काफी देर तक कमरे का दरवाजा खटखटाया, लेकिन दरवाजा नहीं खुला। यह बात उसने पति को बताई। इसके बाद पति घर पहुंचा और थोड़ी देर बाद धक्का देकर कुंडी तोड़ दी। अंदर उसकी पत्नी का खून से लथपथ शव मिला। उसने फोन कर पुलिस को बुलाया। पुलिस वालों को देखकर पति लाश से लिपटकर रोने लगा।
यह देखकर पुलिसवालों ने भी पहले उस पर विश्वास कर लिया, लेकिन शव पर गहरे जख्म थे। शक के आधार पर पुलिस ने पति रोहित द्विवेदी की लोकेशन जांची तो कहानी उलट गई। पता चला कि वह घटना के समय घर के आसपास ही था। उसे हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने जुर्म कबूल कर लिया।
जानकारी मुताबिक, रोहित द्विवेदी मूलरूप से कचरा गांव का निवासी है। वह अपनी पत्नी सुषमा के साथ लोहगरा बाजार में संतोष गुप्ता के मकान में किराए पर रहता था। रोहित एनटीपीसी बारा पावर प्लांट में सिक्योरिटी में था। दोनों की शादी 2020 में हुई थी। संतान न होने पर दंपती के बीच हमेशा तनाव बढ़ता गया। इसी दौरान रोहित का रिश्तेदारी की एक महिला से अफेयर हो गया। पत्नी इसका विरोध करती थी। पति ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार सुबह फिर से उसने पत्नी से बहस शुरू कर दी थी। गुस्से में उसने पत्नी के बाल पकड़ लिए और चाकू सीधे उसके गले में घोंप दिया। वार इतना तेज था कि चाकू गले में ही फंस गया।
घटना के बाद जब वह डर गया तो उसने पुलिस से बचने के लिए प्लैन बनाया। उसने घटना को आत्महत्या का रूप देने के लिए फर्श पर उसके ही खून से ‘मैं पागल थी, मेरा पति निर्दोष है’ लिख दिया। इसके बाद पीछे के रास्ते से भाग निकला और तुरंत ड्यूटी पर चला गया, ताकि लगे कि वह घर पर नहीं था। वहां से लगातार फोन करता रहा, ताकि खुद को निर्दोष दिखा सके। कई बार पत्नी को कॉल की, फिर मकान मालिक को भी फोन कर कहा कि उसकी पत्नी से बात करवा दें।
पुलिस की शुरुआती जांच में ही स्पष्ट हो गया कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या है। इसके बाद पुलिस ने पति को हिरासत में लेकर उसकी लिखावट की जांच कराई। गले पर एक ही वार था, जो खुद करना लगभग असंभव था। लोकेशन जांच में भी पता चला कि वह घटना के समय घर के आसपास ही था। सख्ती से पूछताछ में आरोपी ने वारदात स्वीकार कर ली।
भाई रवि शुक्ला ने शिकायत देकर सुषमा के पति, सास-ससुर और जेठ-जेठानी पर हत्या और प्रताड़ना का आरोप लगाया। भाई ने कहा, “शादी के बाद से ही बहन को दहेज और अवैध संबंधों को लेकर प्रताड़ित किया जाता था। विरोध करने पर उसे मायके वालों से मिलने नहीं दिया जाता था। वहीं पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।