अजमेरः चलती ट्रेन से कचरा फैंकना एक कर्मचारी को महंगा पड़ गया। जिसके चलते कर्मी को अपनी नौकरी से हाथ गंवाना पड़ा। जानकारी अनुसार अजमेर-सियालदाह एक्सप्रेस से कचरा बाहर ट्रैक पर फेंकने का वीडियो सामने आया था। जिस पर कार्रवाई करते कर्मचारी को बर्खास्त किया गया है। मामला 4 नवंबर का है। उसने आगरा के पास ट्रैक पर कचरा फेंका था। इस दौरान एक यात्री ने इसका वीडियो बना लिया और बाद में रेलवे को भेज दिया। 7 नवंबर को मामला प्रशासन की जानकारी में आया।
प्रशासन ने जांच के बाद 9 नवंबर को संविदा कर्मचारी संजय सिंह को बर्खास्त कर दिया। इस मामले में ठेका फर्म को भी पेनल्टी लगाई है। अजमेर मंडल के सीनियर डीसीएम मिहिर देव ने बताया कि ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए OBHS कर्मचारियों को केवल सिलेक्टेड स्टेशनों पर ही कचरा फेंकने के लिए निर्देश दिया है। तत्काल प्रभाव से परामर्श अभियान शुरू किया गया है।
यात्री को कूड़ा निर्धारित डस्टबिन में डालना होता है। इसका उल्लंघन करने पर जुर्माने का प्रावधान है। प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर गीला और सूखा कचरे के संग्रह के लिए अलग-अलग रंग के डस्टबिन रखे होते हैं। अधिकृत विक्रेताओं और फेरीवालों को कूड़ा इकट्ठा करने के लिए अपने पास कूड़े की टोकरियां या कंटेनर रखने का नियम है। लंबी दूरी की महत्वपूर्ण मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में यात्रा के दौरान उत्पन्न कचरे को इकट्ठा करने और कूड़ेदानों को खाली करने के लिए ऑन बोर्ड हाउसकीपिंग सर्विसेज योजना के तहत कर्मचारी तैनात होते हैं। ट्रेनों और स्टेशनों से एकत्र किए गए कचरे को अंतिम निपटान के लिए नगर निगम/नगर पालिका जैसे स्थानीय निकायों द्वारा नामित स्थानों पर भेजा जाता है। इन नियमों का उद्देश्य रेलवे परिसर में स्वच्छता बनाए रखना और पर्यावरण पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव को कम करना है।