अमृतसर: शिरोमणि अकाली दल पुन सूरजित की ओर से एसजीपीसी के अध्यक्ष के चुनाव से पहले एक अहम बैठक बुलाई गई। इस बैठक का नेतृत्व पार्टी के अध्यक्ष ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने किया। उन्होंने कहा कि एसजीपीसी अध्यक्ष के लिए उम्मीदवार का फैसला पार्टी के एसजीपीसी सदस्यों की संयुक्त सलाह से लिया जाएगा।
हम किसी भी उम्मीदवार पर जबरदस्ती फैसला नहीं थोपेंगे, सदस्य जो भी चाहेंगे वहीं आखिरी फैसला होगा। हरप्रीत सिंह ने मीडिया के साथ बात करते हुए केंद्र सरकार पर भी तंज कसे। उन्होंने कहा कि पंजाब की धरती पर गुरुवाणी के पाठ पर प्रतिबंध लगाया जाता है। उनकी पार्टी इसके खिलाफ संघर्ष करने से पीछे नहीं हटेगी।
उनका कहना है कि सुखमनी साहिब के पाठ से इंकार पंजाबियत और सिख संस्कृति और हमला है, इसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पार्टी की इंटरनल मीटिंग के दौरान जत्थेदार संचार सोंचा सिंह छोटेपुर, इकबाल सिंह झुंडा, मनप्रीत सिंह ईआली, भाई मनजीत सिंह और अन्य सीनियर नेता भी मौजूद रहे।
बैठक में यह तय किया गया है कि चुनाव तक पार्टी के सभी नेता मैदान में एक्टिव रहेंगे और पंजाब के धार्मिक और नागरिक अधिकारों की आवाज उठाएंगे। हरप्रीत सिंह ने कहा कि मौजूदा एसजीपीसी हाउस कानूनी, नैतिक और प्रशासकीय तौर पर खत्म हो चुका है। ऐसे में नई दिशा और नया नेतृत्व लाना जरुरी है।