मानसाः पुलिस द्वारा ट्रैफिक नियमों की उल्लघंना करने वाले वाहन चालकों के ऑनलाइन चालान काटे जा रहे है। लेकिन इस ऑनलाइन चालान काटने को लेकर एक विवाद सामने आया है। दरअसल, लहरागागा के गांव गागा के रहने वाले फौजी अमरजीत सिंह का घर के बाहर खड़े मोटरसाईकिल का चालान काटा गया। अमरजीत सिंह ने बताया कि वह 23 अक्टूबर पठानकोट में ड्यूटी कर रहा था। इस दौरान उसकी मोटरसाइकिल घर के बाहर खड़ी थी। शाम के लगभग 4 से 5 बजे के बीच उसे एक संदेश आया कि आपके मोटरसाइकिल का चालान कटा है। जब उस संदेश के लिंक से चालान की कॉपी निकाली तो उस पर जाली नंबर प्लेट लगी मोटरसाइकिल की फोटो भी साथ में दिखाई दी।
फौजी अमरजीत सिंह ने कहा कि मेरी मोटरसाइकिल का चालान कटा गया है जबकि मेरी मोटरसाइकिल घर के बाहर खड़ी है। फौजी ने प्रशासन से मांग की कि जो व्यक्ति मेरी मोटरसाइकिल का नंबर, या व्हीकल में जाली नंबर लगाकर चला रहा है, उसके खिलाफ प्रशासन को कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह इस मोटरसाइकिल का चालान नहीं भरेंगा। इसकी जिम्मेदारी ट्रैफ़िक पुलिस या प्रशासन की है, जो लोग जाली नंबर प्लेटें लगा कर वाहनों को चला रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
आज के समय में पुलिस ऑनलाइन दस्तावेज़ तो चेक कर लेती है, मगर नंबर प्लेट जाली है या असली, इसकी जांच नहीं करती, जिसके कारण उस जाली नंबर प्लेट पर पुलिस ने चालान तो काट दिया लेकिन यह हरजाना फौजी को भुगतना पड़ रहा है। पुलिस को ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि कोई ऐसी घटना दोबारा न हो सके।