बिहारः आज छठ पूजा का तीसरा दिन है। व्रती आज डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगे। इससे पहले भागलपुर, सहरसा और बिहटा में छठ घाटों पर हादसों में 6 लोगों की मौत हुई है। इनमें कुछ छठ घाट की सफाई कर रहे थे तो कुछ सफाई के बाद नहाने के लिए नदी में उतरे थे।
भागलपुर में सोमवार की सुबह छठ पूजा की तैयारी कर रहे एक ही गांव के 4 बच्चों की नदी में डूबने से मौत हो गई। 2 बच्चों की पहचान हो गई है। एक 8 साल का गोरेलाल है और दूसरे का नाम कोरेलाल है। दोनों बच्चे छट्टू सिंह टोला के रहने वाले रूदल मंडल के बेटे थे। दोनों मृतक जुड़वां भाई थे। बाकी दो की तलाश जारी है।
जानकारी के अनुसार, घाट बनाने के बाद सभी बच्चे नदी में नहाने गए थे। गहरे पानी में जाने से सभी डूब गए। घटना नवगछिया के इस्माइलपुर थाना क्षेत्र के नवटोलिया गांव में हुई। स्थानीय निवासी कैलाश मंडल ने बताया, बच्चे छठ घाट की तैयारी के लिए वहां मौजूद थे। जिसके बाद सभी स्नान कर रहे थे, इसी दौरान यह हादसा हुआ। घटना की सूचना मिलते ही इस्माइलपुर थानाध्यक्ष दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। सभी बच्चे छट्टू टोला के रहने वाले थे। मृतकों में नवटोलिया निवासी मिथिलेश कुमार के बेटे प्रिंस कुमार (10) और किशोरी मंडल के बेटे नंदन कुमार (10) के रूप में हुई है।
मधेपुरा में छठ घाट बनाने के दौरान 6 साल के बच्चे की तालाब में डूबने से मौत हो गई। मृतक की पहचान जोरगामा वार्ड संख्या 9 निवासी वीरेन साह के 6 साल के बेट सोनू कुमार के रूप में हुई है। सोनू अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ वार्ड 9 स्थित महादलित बस्ती के पास पोखर पर छठ घाट तैयार करने गया था। घटना मुरलीगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत जोरगामा पंचायत की है। बताया जा रहा है कि घाट लगभग तैयार हो चुका था, तभी सोनू पानी भरने के लिए पोखर के भीतर चला गया। पोखर में पानी अधिक गहरा होने के कारण वह अचानक डूबने लगा। कुछ देर बाद जब आसपास के लोगों ने बच्चे को नहीं देखा, तो उसकी खोजबीन शुरू की गई। वहीं प्रशासन ने त्योहार को दौरान बच्चों के साथ ज्यादा सतर्क रहने की परिजनों से अपील की है।