लुधियाना: वेरका मिल्क प्लांट हादसे के बाद मृतक कुणाल जैन के परिवार द्वारा किए गए प्रदर्शन के उपरांत प्लांट मैनेजर ने फिर से परिवार से बातचीत की। बातचीत के दौरान मैनेजर ने परिवार के एक सदस्य को पक्की नौकरी और 45 से 50 लाख रुपये तक का मुआवजा देने का आश्वासन दिया। मैनेजर ने बताया कि हादसा दुर्भाग्यपूर्ण है और ऐसा किसी के साथ भी हो सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि कुणाल जैन को जबरन ड्यूटी पर नहीं बुलाया गया था।
उन्होंने कहा कि वे स्वयं प्लांट के मुख्य इंचार्ज थे और अगले दिन प्लांट चालू होना था, इसलिए रात में ही मशीनों की स्थिति जांचने के लिए वे वहां पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि कुणाल जैन बेहद होनहार अधिकारी थे और अपने कार्य के प्रति समर्पित थे। मैनेजर ने बताया कि पहले परिवार के साथ उनकी बात हो गई थी और वे राज़ी भी थे, लेकिन बाद में किसी के कहने पर परिवार ने अपना निर्णय बदल लिया। उन्होंने कहा कि फिलहाल परिवार के साथ बातचीत जारी है ताकि मामले का शांतिपूर्ण समाधान निकाला जा सके।