लुधियाना: पुलिस ने फर्जी डोप टेस्ट घोटाले का भंडाफोड़ करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान रमी राम और अवतार सिंह के रूप में हुई है। दोनों आरोपी सिविल अस्पताल लुधियाना में लैब टेक्नीशियन के तौर पर काम कर रहे थे और पिछले सात साल से इस धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे थे। एडीसीपी समीर वर्मा ने बताया कि रमी राम सिविल अस्पताल में स्वीपर के पद पर कार्यरत है, जबकि अवतार सिंह जवाहर नगर का निवासी है।
जांच में खुलासा हुआ है कि दोनों आरोपी कच्चे कर्मचारी के तौर पर लैब टेक्नीशियन का कार्य करते थे और अस्पताल की कार्यप्रणाली से भलीभांति परिचित थे। दोनों आरोपियों ने सिस्टम की जानकारी का दुरुपयोग करते हुए लोगों को लालच दिया कि वे सस्ते में डोप टेस्ट करवा देंगे और विभागों के चक्कर काटने से भी बचा लेंगे।
आरोपी अस्पताल के बाहर ही लोगों के पेशाब के सैंपल ले लेते थे और उन्हें फर्जी डोप टेस्ट सर्टिफिकेट बनाकर दे देते थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि इस घोटाले में और लोग भी शामिल हो सकते हैं, जिनकी तलाश जारी है।