चंडीगढ़ की तर्ज पर नहीं मिल रही लोगों को ट्रैफिक की सुविधाएं
जालंधर, ENS: महानगर में भले ही चंडीगढ़ की तर्ज टेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू कर दिया गया है। जहां इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के पहले फेज में 13 पॉइंट्स पर 142 हाई रेजोल्यूशन कैमरे लगाए गए हैं। यहां नंबर प्लेट रिकग्निशन के लिए 102, रेड लाइट वॉयलेशन डिटेक्शन के लिए 40 और जनरल सर्विलांस के लिए 83 बुलेट कैमरे भी लगाए गए हैं। 4 पीटीजेड कैमरे लगाए हैं जिनकी मदद से मॉनिटरिंग एनहांस होगी।
वहीं पुलिस द्वारा अब प्रतिदिन करीब 200 वाहनों के चालान काटे जा रहे हैं। जिसमें ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों को शाम के समय मोबाइल पर चालान की जानकारी भेज दी जाती है। लेकिन ट्रैफिक को लेकर चंडीगढ़ के लोगों को जो सुविधाएं ट्रैफिक पुलिस द्वारा दी जा रही है, उसे शायद जालंधर पुलिस अभी तक फॉलो नहीं कर पाई है। यहीं कारण हैकि जालंधर में ट्रैफिक व्यवस्था चरमराई हुई है।
हालात यह हो गए हैकि पहले तो लोग लाइट ग्रीन होने का इंतजार करते थे, लेकिन अब जैब्रा क्रॉसिंग पर खड़े वाहनों को देखकर रॉंग साइड से वाहन ले जा रहे है। जिसके कारण सड़क हादसे होने का खतरा बढ़ गया है। हैरानी की बात यह है कि रोजाना भारी संख्या में एक्टिव हुए चौंकों से वाहन चालक रॉंग साइड से वाहन लेकर गुजर रहे है, लेकिन शायद कुछ ही लोगों के पुलिस द्वारा ऑनलाइन चालान काटे जा रहे है। नाम ना छापने की शर्त पर लोगों का कहना है कि पुलिस द्वारा जैब्रा क्रॉसिंग को लेकर जागरूक नहीं किया गया और ना ही सेमिनार लगाए गए।
वहीं कुछ लोगों को तो अभी तक जैब्रा क्रॉसिंग के बारे में जानकारी भी नहीं है। एक्टिव चौंकों की कुछ वीडियो भी सामने आई है। जिसमें देखा जा सकता है कि जैब्रा क्रॉसिंग से कुछ वाहन ही पीछे खड़े है, लेकिन अधिकतर वाहन जैब्रा क्रॉसिंग से आगे खड़े दिखाई दे रहे है। ट्रैफिक व्यवस्था के हालात अन्य वीडियो में देखे जा सकते है। जिसमें भगवान वाल्मीकि चौक से बाबा साहेब अंबेडकर चौक तक ट्रैफिक व्यवस्था इस कदर चरमराई हुई है कि 5 मिनट के समय को 15 से 30 मिनट में तय करने में लग जाता है। ऐसे में अगर वाहन चालक जैब्रा लाइन को क्रॉस कर लेता है तो पुलिस उसका कैमरे से तस्वीर लेकर ऑनलाइन चालान काटकर उनके फोन नंबर पर लिंक भेज देती है।
लोगों का कहना हैकि नियमों के अनुसार टोल प्लाजा पर भी 500 मीटर तक ट्रैफिक होने पर टोल फ्री मिल जाता है। लेकिन शहर में भगवान वाल्मीकि चौक से बाबा साहेब अंबेडकर चौक तक भारी ट्रैफिक होने पर पुलिस सुविधा देने की जगह जैब्रा लाइन हल्की क्रॉस होने पर ट्रैफिक नियम तोड़ने का हवाला देकर उसका ऑनलाइन चालान काट रही है और इसे चंडीगढ़ की तर्ज पर ट्रैफिक नियम की पालना बताकर अपनी पीठ थपथपा रही है। जबकि दूसरी ओर पुलिस रोजाना भारी संख्या में चालान काटकर खजाने भरने में लगी हुई है।
शायद पुलिस खजाने भरने के चक्कर में रॉंग साइड से गुजर रहे वाहन के साथ अन्य वाहन की टक्कर पर बड़ा हादसा होने का इंतजार कर रही है। कुछेक लोगों का कहना है कि पहले ही शहर में क्राइम व्यवस्था चरम पर है। सरेआम लूटपाट की घटनाएं होने से लोग परेशान है। दूसरी ओर अब पुलिस लोगों को जागरूक करने से पहले ही अपनी समय सीमा निर्धारित कर देती है। यही कारण यह है कि अब पुलिस ऑनलाइन चालान काट रही है।
लोगों ने कहा कि जालंधर की ट्रैफिक पुलिस चंडीगढ़ की तर्ज पर नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों के ऑनलाइन चालान काटकर अपनी पीठ थपथपाने में लगी हुई है। लेकिन चंडीगढ़ की तर्ज पर पहले सुविधाएं देने के बारे में ऐलान क्यों नहीं कर रही।