काबुल: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच लगातार तनाव बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। अफगानिस्तान ने दावा किया है कि सीजफायर के बावजूद पाकिस्तान की ओर से बॉर्डर एरिया में एयरस्ट्राइक की गई। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया और अफगानिस्तान के पक्तिका में एयरस्ट्राइक कर दी। पाकिस्तान के हवाई हमलों में अफगानिस्तान के 3 क्रिकेटरों समेत 8 लोगों की मौत हुई, वहीं 7 लोग घायल हो गए। पाकिस्तान की इस हरकत पर अफगानिस्तान के इंटरनेशनल क्रिकेटर्स बरस पड़े हैं। अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच 48 घंटों का संघर्षविराम हुआ था, जिसके बाद शांति को आगे भी कायम रखने पर सहमति बनी थी। लेकिन अफगानिस्तान का दावा है कि पाकिस्तान की ओर से बिना किसी उकसावे के फिर हमले शुरू कर दिये गए हैं।

इस सीजरफायर को लेकर मोहम्मद नबी, राशिद खान, गुलबदीन नईब और फजलहक फारुखी का रिएक्शन सामने आया है। सभी खिलाड़ी पक्तिका की राजधानी शराना में एक फ्रेंडली मैच खेलने गए थे। घर लौटने के बाद उरगुन जिले में एक सभा के दौरान उन पर हमला हुआ। जो अफगानी क्रिकेटर इस हमले में मारे गए उनकी पहचान पहचान कबीर, सिबगातुल्ला हारून के तौर पर हुई है। ये खिलाड़ी अगले महीने पाकिस्तान और श्रीलंका के साथ होने वाली त्रिकोणीय सीरीज में हिस्सा लेने के लिए उरगुन से पाकिस्तान सीमा पर स्थित पूर्वी पक्तिका प्रांत के शाराना गए थे।
अफगानिस्तान के सबसे सीनियर क्रिकेटर मोहम्मद नबी ने कहा कि तीन क्रिकेटरों की मौत की खबर सुनकर उन्हें “गहरा दुख” हुआ है। उन्होंने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि यह पूरे अफगानिस्तान के लिए शोक की बात है। वहीं पोस्ट में उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं। एसीबी ने कहा कि उरगुन लौटने के बाद, एक सभा के दौरान उन्हें निशाना बनाया गया और इसे पाकिस्तानी शासन द्वारा किया गया एक ‘कायराना हमला’ बताया। इस हमले के बाद, अफगानिस्तान ने त्रिकोणीय श्रृंखला से अपना नाम वापस ले लिया। एसीबी ने हमले के बारे में और कोई जानकारी नहीं दी।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीजफायर के ऐलान से पहले पाक-अफगान सीमा पर भारी तनाव देखने को मिला। काबुल एयरस्ट्राइक का बदला लेने के लिए अफगानिस्तान ने पाक के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर पर भारी हमला किया, जिसमें कई सुरक्षाकर्मी मारे गए। इसके बाद पाकिस्तान ने फिर से अफगान पर हमला किया। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पाकिस्तानी सेना ने अफगानिस्तान के रिहायशी इलाके पर हमला किया, जिसमें कई नागरिक मारे गए।
इससे पहले जानकारी सामने आई थी कि पाकिस्तान में, अधिकारियों ने क्वेटा में प्रवासियों को अपने घर और दुकानें खाली करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया है और देश में अवैध रूप से रहने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है, जैसा कि वीरवार को अफगान ऑनलाइन खामा न्यूज ने बताया।