कोलंबोः भारत-पाकिस्तान महिला विश्व कप मैच के दौरान मैदान पर उग्र व्यवहार दिखाने वाली पड़ोसी मुल्क की बैटर सिदरा आमीन पर आईसीसी की तरफ से एक्शन लिया गया है। पाकिस्तान की बल्लेबाज सिदरा अमीन को रविवार को भारत के खिलाफ मैच के दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की आचार संहिता के लेवल 1 के उल्लंघन का दोषी पाया गया है। इसके लिए उन्हें औपचारिक रूप से फटकार लगाई है और उनके नाम एक डिमेरिट अंक भी जोड़ा गया है। अमीन इस मैच में पाकिस्तान के लिए 106 गेंदों में 81 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहीं थी। अमीन ने आउट होने के बाद अपना बल्ला जोर से पिच पर मारा था।
उन्हें आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.2 के उल्लंघन का दोषी पाया गया, जो कि ” अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान क्रिकेट उपकरणों या कपड़ों, मैदानी उपकरणों या फिक्स्चर और फिटिंग के दुरुपयोग” से संबंधित है। आईसीसी ने इंडिया वूमेंस बनाम पाकिस्तान वूमेंस मैच को लेकर एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा, “सिदरा को क्रिकेटर्स और सपोर्ट स्टाफ के लिए आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.2 का उल्लंघन करते पाया गया, जो अंतर्राष्ट्रीय मैच के दौरान क्रिकेट उपकरण या कपड़ों, मैदानी उपकरणों या फिक्स्चर और फिटिंग के दुरुपयोग’ से संबंधित है। सिदरा के डिसिप्लिनरी रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ दिया गया है।”
यह घटना पाकिस्तान के लक्ष्य का पीछा करते हुए 40वें ओवर में हुई जब स्नेह राणा द्वारा आउट होने के बाद उन्होंने अपना बल्ला जोर से पिच पर मारा। आईसीसी ने कहा कि इसके साथ ही उनके अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ दिया गया है और यह 24 महीने की अवधि में उनका पहला उल्लघंन था। आईसीसी के मुताबिक, अमीन ने इस उल्लघंन और एमिरेट्स आइसीसी मैच रेफरी के अंतरराष्ट्रीय पैनल के सदस्य शैंड्रा फ्रिट्ज द्वारा प्रस्तावित दंड को स्वीकार कर लिया है इसलिए औपचारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी।
आईसीसी का कहना है क्योंकि 24 महीने की अवधि में यह सिदरा का पहला अपराध था। लिहाजा उन्हें फटकार के बाद छोड़ दिया गया। उनपर कोई एक्शन नहीं लिया गया। ICC ने आगे कहा, “सिदरा ने अपराध स्वीकार कर लिया है और एमिरेट्स आईसीसी इंटरनेशनल पैनल ऑफ मैच रेफरी के शैंड्रे फ्रिट्ज़ द्वारा प्रस्तावित दंड को स्वीकार कर लिया है, इसलिए औपचारिक सुनवाई की कोई आवश्यकता नहीं थी।” आईसीसी की तरफ से कहा कि स्तर 1 के उल्लंघन के लिए न्यूनतम सजा आधिकारिक फटकार, अधिकतम सजा खिलाड़ी की मैच फीस का 50 प्रतिशत और एक या दो डिमेरिट अंक है।”