फतेहगढ़ साहिब: शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने हलका फतेहगढ़ साहिब के इंचार्ज जगदीप सिंह चीमा को पार्टी-विरोधी गतिविधियों के चलते पार्टी से बाहर कर दिया है। जगदीप चीमा पूर्व मंत्री स्वर्गीय रणधीर सिंह चीमा के बेटे हैं। वर्तमान में जगदीप चीमा माता गुजरी कॉलेज की सचिव हैं। दूसरी ओर पार्टी से निकाले जाने के बाद जगदीप सिंह चीमा ने प्रेस वार्ता की। इस मौके पर जगदीप सिंह चीमा ने कहा कि उन्होंने पार्टी को सुबह ही इस्तीफा भेज दिया था।

उन्होंने कहा कि हमारा परिवार 1920 से अकाली दल से जुड़ा है और 1925 में एसजीपीसी की चुनाव हुई थी, जब उनके दादा पाकिस्तान से मेंबर बने थे और पिता रणधीर चीमा एसजीपीसी मेंबर रहे। 1968 में पहली अकाली सरकार के समय गुरुनाम सिंह मुख्यमंत्री थे और फिर बादल मुख्यमंत्री बने और बाद में मंत्री बने। इसके बाद वे दोबारा अकाली दल की सरकार में मंत्री रहे। उन्होंने कहा कि वे 12 से 13 साल अकाली दल के जिले प्रधान रहे और विभिन्न पदों पर काम किया। उन्होंने कहा कि मैंने सुबह इस्तीफा भेजा था, जबकि पार्टी ने मेरे ऊपर टिप्पणी करने के बजाय पार्टी से निकालने का पोस्ट डाल दिया।
उन्होंने कहा कि डॉक्टर दलजीत सिंह चीमा तब पार्टी में आए भी नहीं थे, जब से वह पार्टी के लिए काम करते आए हैं। जगदीप चीमा ने बताया कि पार्टी में रहते हुए झुंडा कमेटी की रिपोर्ट पर चर्चा हुई, लेकिन वह लागू नहीं हुई। जबकि इस मामले को लेकर प्रत्येक हलके में बैठकें हुई थीं। उन्होंने कहा कि वहां के विरोध को अगर देखा जाए तो एक भी सुझाव लागू नहीं हुआ। पार्टी की खराब स्थिति 2016 से लेकर आज तक बनी हुई है क्योंकि किसी ने पार्टी के लिए कोई नया कार्यक्रम नहीं बनाया।