लेहः इस मौसम के प्रारंभ से ही मुश्किलों से जूझ रहे लद्दाख के पर्यटन क्षेत्र को पिछले हफ्ते लेह में हुई हिंसा के बाद कर्फ्यू से एक और झटका लगा है। मिली जानकारी के अनुसार गृह मंत्रालय ने लेह में इंटरनेट प्रतिबंध की अवधि बढ़ाते हुए अब 3 अक्टूबर तक बैन लागू रखने का फैसला किया है। वहीं सुबह 10 से शाम 7 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई है।
लद्दाख को राज्य का दर्जा और पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक समेत अन्य गिरफ्तार युवाओं की रिहाई की मांग तेज हो गई है। करगिल डेमोक्रेटिक अलायंस (KDA) ने कहा है कि लद्दाख में हालात सामान्य होने तक केंद्र की उच्च अधिकार प्राप्त कमेटी से बात नहीं करेंगे। लेह एपेक्स बॉडी (LAB) पहले ही बातचीत नहीं करने का ऐलान कर चुकी है। 24 सितंबर को LAB द्वारा बुलाए गए बंद के दौरान लेह में हिंसक प्रदर्शन हुए थे।

इसमें 4 लोगों की मौत हो गई थी। 50 लोगों को दंगा फैलाने के आरोप में हिरासत में लिया गया। आंदोलन का चेहरा बने वांगचुक को NSA में गिरफ्तार कर जोधपुर जेल भेजा गया है। केंद्र ने 20 सितंबर को LAB और KDA को वार्ता के लिए बुलाया था। दूसरी ओर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को आरोप लगाते हुए कहा, ‘PM मोदी ने लद्दाख के लोगों के साथ धोखा किया है।
लेह में पुलिस गोलीबारी में 4 प्रदर्शनकारियों की मौत की निष्पक्ष न्यायिक जांच की जाए। इनमें कारगिल युद्ध में शामिल त्सावांग थारचिन भी शामिल थे।’ उन्होंने X पर थारचिन के पिता का वीडियो पोस्ट किया। राहुल ने हिंदी में अपने पोस्ट में कहा- पिता की दर्द भरी आंखें एक सवाल पूछती हैं, क्या आज देश सेवा का यही इनाम है। हिंसा और भय की राजनीति बंद करें।