मोहालीः पंजाब में हाल ही में आई बाढ़ ने न सिर्फ गांवों और शहरों को प्रभावित किया, बल्कि शिक्षा व्यवस्था को भी पूरी तरह से ठप कर दिया था। हालात इतने खराब थे कि सरकारी और प्राइवेट, दोनों तरह के स्कूल कई दिनों तक बंद रखने पड़े। प्रशासन को डर था कि कहीं लगातार हो रही बारिश और बाढ़ के कारण कोई इमारत ढह न जाए या स्कूलों में पानी भरकर बच्चों की जिंदगी खतरे में न डाल दे।
अब जबकि बारिश थम चुकी है और बाढ़ का पानी उतर गया है, प्रशासन ने सोमवार से स्कूलों को फिर से खोलने के निर्देश दिए। इसके लिए पहले शिक्षकों को बुलाकर स्कूलों की सफाई करवाई गई और सुरक्षा इंतजाम जैसे जाली लगाने तक के निर्देश दिए गए, लेकिन खरड़ के एक स्कूल से सामने आई तस्वीरों ने सभी को हैरान कर दिया। स्कूल की सफाई तो हो गई, लेकिन बच्चों को स्कूल पहुंचने के लिए गंदे सीवर के पानी से होकर गुजरना पड़ा। स्कूल के ठीक सामने सीवर का पानी बह रहा था और बच्चों के पास इससे होकर जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था।
इस गंभीर स्थिति पर न तो स्कूल प्रशासन ने ध्यान दिया और न ही स्थानीय प्रशासन ने कोई कार्रवाई की। बच्चे रोजाना गंदे पानी में पैर डालकर स्कूल पहुंचे, क्लास में बैठे और फिर छुट्टी के बाद उसी रास्ते से होकर घर लौटे। स्थानीय लोगों ने बार-बार इस मुद्दे को उठाया और अधिकारियों को अवगत भी कराया, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला है।
ग्रामीणों और अभिभावकों ने प्रशासन से अपील की है कि इस समस्या का तुरंत हल किया जाए, ताकि बच्चे सुरक्षित माहौल में अपनी पढ़ाई जारी रख सकें।