ऊना /सुशील पंडित: अटल बिहारी वाजपेई राजकीय महाविद्यालय, बंगाणा के राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर सिकंदर नेगी की अध्यक्षता में समसामयिकी विषय पर आधारित एक विशेष व्याख्यान का सफलतापूर्वक आयोजन ऑनलाइन माध्यम से किया गया। इस विशेष व्याख्यान का विषय था “अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 50% टैरिफ का प्रभाव – भारत-अमेरिका संबंधों एवं चीन-रूस-भारत समीकरण के संदर्भ में”। मुख्य वक्ता के रूप में राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. सिकंदर नेगी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिका द्वारा लगाया गया यह टैरिफ न केवल द्विपक्षीय व्यापारिक संबंधों पर असर डालेगा, बल्कि भारत की विदेश नीति और उसके वैश्विक साझेदारों के साथ संबंधों को भी प्रभावित करेगा।
उन्होंने स्पष्ट किया कि अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में इस प्रकार के आर्थिक निर्णय महाशक्तियों के बीच शक्ति-संतुलन को गहराई से प्रभावित करते हैं।वर्तमान समय में भारत को संतुलनकारी कूटनीति अपनाते हुए सभी महाशक्तियों के साथ अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करनी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका, रूस और चीन के साथ त्रिकोणीय समीकरण में भारत की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। यदि भारत अपनी विदेश नीति में लचीलापन और दूरदृष्टि बनाए रखता है तो वह न केवल आर्थिक हितों की रक्षा कर सकेगा, बल्कि वैश्विक राजनीति में एक निर्णायक शक्ति के रूप में उभर सकता है। कार्यक्रम के दौरान राजनीति विज्ञान विभाग की अध्यक्ष अंकिता मनकोटिया, उपाध्यक्ष तनु ठाकुर, सह सचिव दिया शर्मा सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ व संकाय सदस्य ऑनलाइन उपस्थित रहे।
इस अवसर पर तनु ठाकुर, अंकिता ठाकुर, तन्वी और पार्वती ने विषय से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न भी पूछे, जिनका प्रो. नेगी ने विस्तारपूर्वक उत्तर दिया। प्रश्नोत्तर सत्र ने छात्रों की जिज्ञासा और विषय की गहराई को और अधिक बढ़ाया। कार्यक्रम के अंत में विभागाध्यक्ष प्रो. सिकंदर नेगी ने सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया और छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि समसामयिक विषयों का गहन अध्ययन करना आवश्यक है, क्योंकि यह न केवल अकादमिक दृष्टि से बल्कि करियर और प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की दृष्टि से भी अत्यंत उपयोगी है। यह विशेष व्याख्यान राजनीति विज्ञान विभाग की एक सराहनीय पहल रही, जिसने विद्यार्थियों को वैश्विक राजनीति के नवीनतम परिदृश्यों से अवगत कराया।