बिलासपुरः हिमाचल प्रदेश के कुल्लू और मंडी जिले में भारी बारिश के बाद ब्यास नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। मंडी में ब्यास का पानी पंचवक्त्र मंदिर के प्रांगण तक पहुंच गया है। साल 2023 में भी यह मंदिर आधा ब्यास में डूब गया था। इस बार दोबारा ब्यास का पानी मंदिर के प्रांगण तक पहुंचा है। वहीं स्वारघाट में बारिश ने कहर बरपाया हुआ है। जहां, मझेड़ गांव में ताश के पत्तों के तरह मकान ढह गया।
इस घटना की वीडियो भी सामने आई है, जिसमें देखा जा सकता है कि चंद सैकेंड में मकान मलबे में तबदील हो गया। घटना के दौरान मकान को खाली करके लोग पहले ही निकल गए थे। वहीं कुल्लू डीसी तोरुल एस रवीश ने सभी पेट्रोल पंप संचालकों को इमरजेंसी के लिए पेट्रोल-डीजल रिजर्व रखने और जमाखोरी नहीं करने के आदेश जारी किए हैं। 25 हजार लीटर से अधिक क्षमता वाले पंपों को कम से कम 5 हजार लीटर डीजल और 3 हजार लीटर पेट्रोल रिजर्व रखने को कहा गया है। छोटे वाहनों (LMV) में एक बार में अधिकतम 20 लीटर और भारी वाहनों (HMV) को 100 लीटर तक ही ईंधन मिलेगा।
ब्यास नदी ने चंडीगढ़-मनाली फोरलेन को जगह-जगह तहस नहस किया है। इसे बहाल होने में 2 दिन लग सकते हैं। चंडीगढ़ और मनाली के बीच काफी संख्या में टूरिस्ट फंसे हुए हैं। स्थानीय लोग उनके लिए खाने का प्रबंध कर रहे हैं। बारिश को देखते हुए कुल्लू, मंडी और चंबी में आज भी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे। लैंडस्लाइड की वजह से 675 सड़कें बंद पड़ी हैं। थोड़ी राहत की बात यह है कि अगले 48 घंटे तक मानसून थोड़ा कमजोर पड़ेगा। आज सिर्फ शिमला और मंडी में ही बारिश का यलो अलर्ट है। हालांकि, 29 अगस्त से मानसून फिर सक्रिय होगा।