इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा और पीओके समेत बड़े इलाकों में बाढ़ भयावह रूप लेती जा रही है। लगातार भारी बारिश और भारत से नदियों में से छोड़े गए पानी ने पाकिस्तान सरकार की मुश्किल बढ़ा दी है। भारत से सतलुज और रावी नदी में पानी छोड़े जाने के बाद पाकिस्तान के आपदा प्रबंधन एजेंसी (एनडीएमए) ने बाढ़ का अलर्ट जारी किया है। वहीं पाकिस्तान के श्री करतारपुर साहिब में बाढ़ के पानी ने तबाही मचा दी है। जिससे गुरुद्वारा साहिब का निचला हिस्सा सुबह लगभग 3 बजे डूब गया। अंगीठा साहिब, मज़ार साहिब और खूह साहिब पानी में डूब गए हैं, सेवादारों से संपर्क टूट गया है और बचाव अभियान अभी जारी है।
ਪੰਜਾਬੀ ਵਿੱਚ ਪੜ੍ਹੋ :- ਪਾਕਿਸਤਾਨ ਦੇ ਪੰਜਾਬ, ਖੈਬਰ ਪਖ਼ਤੂਨਖ਼ਵਾ ਤੇ ਪੀਓਕੇ ਵਿੱਚ ਹੜ੍ਹਾਂ ਨੇ ਮਚਾਈ ਤਬਾਹੀ, ਸ੍ਰੀ ਕਰਤਾਰਪੁਰ ਸਾਹਿਬ ਵੀ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ
Read in English:- Pakistan Grapples with Worsening Floods; Kartarpur Sahib Among Areas Submerged
बताया जा रहा है कि राहतकर्मियों ने करीब 1,50,000 लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में भेजा है। भारत की ओर से पाकिस्तान को पानी छोड़े जाने की जानकारी दे दी गई थी, इससे स्थानीय प्रशासन लोगों को निकालने के काम में जुट गया। भारत के माधोपुर हेडवर्क्स से रावी नदी में पानी का प्रवाह बढ़ गया है। सतलुज में छोड़े गए पानी ने दक्षिणी पंजाब के कुछ हिस्सों को जलमग्न कर दिया है। एनडीएमए ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे भारतीय राज्यों में भारी बारिश से पाकिस्तान की ओर बहने वाली नदिया और भी उफान पर आ सकते हैं। ऐसे में चौबीसों घंटे स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
पाक मीडिया के मुताबिक, एनडीएमए के अधिकारियों ने कहा है कि रावी और सतलुज का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। यह एक बड़ी आबादी, खासतौर से पंजाब के लिए खतरे का सबब बन रहा है। नदियों का जलस्तर बढ़ने के बाद पंजाब सरकार बहावलनगर, कसूर, ओकारा, पाकपट्टन, बहावलपुर और वेहारी से लोगों को निकाल रही है। नदियों के पास बसे सैकड़ों गांवों को खाली करा लिया गया है। लोगों से नदियों और निचले इलाकों से दूर रहने को कहा गया है।