संगरूरः 20 अगस्त को शहीद संत श्री हरचंद सिंह लौंगोवाल की बरसी के मौके पर सरकार ने जिले में सरकारी छुट्टी घोषित कर दी है। दूसरी ओर संत हरचंद सिंह लौंगोवाल की 40वीं बरसी को लेकर पंजाब की सियासत गरमा गई है। बरसी के मौके पर जहां धार्मिक माहौल की गूंज होनी चाहिए, वहीं अकाली राजनीति का स्वर भी साफ सुनाई दे रहा है। दरअसल, शिरोमणि अकाली दल (बादल) के प्रवक्ता विनर जीत सिंह गोल्डी और एसजीपीसी के पूर्व अध्यक्ष गोबिंद सिंह लौंगोवाल अपनी-अपनी राजनीतिक ताकत दिखाने में जुट गए।
दोनों नेता दावा कर रहे हैं कि उनकी तरफ से सजने वाला मंच लोगों से खचाखच भरा होगा। दोनों ही खेमों में युवाओं और महिलाओं को ज़िम्मेदारी दी गई है कि वे ज्यादा से ज्यादा वर्कर और समर्थक रैलियों तक लेकर आएं। बरसी का मंच धार्मिक श्रद्धा का है, लेकिन राजनीतिक खींचतान इसे सियासी रंग भी देने लगी है। ऐसे में अब देखना यह होगा कि संत हरचंद सिंह लौंगोवाल की बरसी पर श्रद्धांजलि का पल बड़ा होगा… या फिर सियासी ताक़त की जंग बड़ी होगी।