गुप्त सूचना के आधार पर रेंज ऑफिसर संदीप कुमार की बड़ी कार्यवाही
एक व्यक्ति ने अवैध कटान को कबूला,पुलिस कर रही कार्यवाही,
ऊना/ सुशील पंडित: ऊना जिला के अंतर्गत आने वाली बसाल फॉरेस्ट बीट में वन विभाग ने एक गुप्त सूचना के आधार पर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। कार्रवाई में अवैध रूप से काटे गए खैर के मोच्छों का बड़ा जखीरा बरामद किया गया। विभागीय सूत्रों के अनुसार यह कार्रवाई रामगढ़ धार फॉरेस्ट बीट के रेंज ऑफिसर संदीप कुमार के नेतृत्व में की गई।
डीएफओ ऊना सुशील राणा ने जानकारी दी कि बसाल फॉरेस्ट बीट के तहत पड़ने वाले तल्प गांव की सरकारी भूमि पर लंबे समय से खैर के पेड़ों का अवैध कटान हो रहा था। जैसे ही विभाग को इसकी गुप्त सूचना मिली, तुरंत टीम गठित की गई और छापेमारी की गई। जब वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो वहां अवैध कटान के ताजा निशान मिले।छापेमारी के दौरान टीम को मौके पर 12 खैर के ठूंठ मिले, जिनमें से 11 ठूंठ पुराने थे और करीब बीस दिन पहले काटे गए थे। इसके अलावा एक शहतूत का ठूंठ भी बरामद हुआ। टीम को देखकर अवैध कटान करने वाले मौके से भागने में सफल रहे। हालांकि, वन अधिकारियों ने हार नहीं मानी और खैर के मोच्छों की तलाश में और आगे बढ़े। करीब 700 मीटर की दूरी पर स्थित भट्ठी स्थल पर जब टीम ने छानबीन की तो वहां 76 खैर के मोच्छे और 9 शहतूत के मोच्छे छिपाकर रखे गए मिले। यही नहीं, वहीं पर एक कोयले की भट्ठी भी मिली, जो शक्ति चंद नामक व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर्ड थी। जब शक्ति चंद को मौके पर बुलाकर गहनता से पूछताछ की गई तो उसका बेटा नीरज कुमार पुत्र शक्ति चंद, गांव घुसाड़ा सामने आया। पूछताछ में नीरज कुमार ने कबूल किया कि उसने इस पूरे अवैध कटान को अंजाम देने के लिए राम बहादुर नामक व्यक्ति (जो नेपाल का रहने वाला है और चौकी में किराए पर रहता है) की मदद ली।
नीरज ने यह भी बताया कि खैर के कटे हुए मोच्छों को ट्रैक्टर संख्या (एचपी 19-2778) में भरकर इस स्थान पर लाया गया था। इसके बाद रेंज ऑफिसर संदीप कुमार ने मामले की सूचना पुलिस चौकी जोल को दी। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और बरामद किए गए 76 खैर के मोच्छे अपने कब्जे में लिए। साथ ही पुलिस ने नीरज कुमार के बयान कलमबद्ध किए और आगामी कार्रवाई शुरू कर दी। रेंज ऑफिसर संदीप कुमार ने स्पष्ट किया कि इस पूरे मामले को लेकर नीरज कुमार पुत्र शक्ति चंद और नेपाल निवासी राम बहादुर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि वन विभाग किसी भी कीमत पर अवैध कटान करने वालों को बख्शेगा नहीं। डीएफओ ऊना सुशील राणा ने बताया कि यह कोई पहला मामला नहीं है।
विभाग अब तक जिला ऊना में 33 अवैध कटान के मामले पकड़ चुका है, जिनमें कई बार वन काटुओं को रंगे हाथों भी गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा सैकड़ों गाड़ियां जो अवैध कटान के मोच्छे और लकड़ी ले जा रही थीं, उन्हें भी विभाग ने कब्जे में लिया है। उन्होंने कहा कि खैर की लकड़ी की अवैध तस्करी को लेकर लंबे समय से शिकायतें मिल रही थीं और लगातार निगरानी बढ़ाई गई थी। इसी का नतीजा है कि यह बड़ी कार्रवाई संभव हो पाई।