नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज भारत समेत कई देशों पर लगाए गए रेसिप्रोकल टैरिफ का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें यह कई साल पहले ही कर देना चाहिए था। ट्रंप ने जोर देकर कहा है कि अमेरिका देश में आने वाले सैंकड़ों अरब डॉलर से अपना कर्ज चुकाएगा।
मीडिया के साथ बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि – ‘हम कर्ज चुकाने वाले है। हमारे पास बहुत सारा पैसा आ रहा है। देश में अब तक आए धन से कहीं ज्यादा हम जो करने जा रहे हैं। उनमें से एक कर्ज कम करना। हमें यह कई साल पहले ही कर लेना चाहिए था। मैंने चीन के साथ अपने कार्यकाल के दौरान ऐसा किया था। कोविड के कारण हम बाकी काम नहीं कर पाए हैं’।
हमारा देश अब सैंकड़ों अरब डॉलर कमाएगा
‘मैं किसी तरह का दबाव नहीं चाहता मैं निष्पक्षता चाहता हूं हम जहां भी और जितना हो सके पारस्परिक लाभ चाहते हैं। कभी-कभी यह उनके लिए बहुत ही ज्यादा हो जाता है। यह एक बहुत बड़ी राशि होगी और मैं बस इतना ही कह सकता हूं कि हमारा देश अब सैंकड़ों डॉलर कमाएगा। ट्रंप ने इस साल जनवरी में अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी। व्हाइट हाउस में दूसरी बार वापसी की थी। उन्होंने अमेरिका के पुराने ग्लोबल इकोनॉमिक ऑर्डर को खत्म कर दिया है। ट्रंप ने उन देशों को दंडित करने का फैसला भी किया है जो कि एकतरफा टैरिफ लगा रहे थे और जो देश रेसिप्रोकल टैरिफ से सहमत हुए उनसे भारी रियायतें हासिल हुई है’।
देशों से आयात पर 50 फीसदी रेसिप्रोकल टैरिफ
डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल को उन सभी देशों की आयात पर 50 फीसदी रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया है जिनके साथ अमेरिका का व्यापार कम हो गया था। इसके अलावा देशों पर 10 फीसदी का बेसलाइन टैरिफ लगाया है। उन्होंने व्यापार का बेसलाइन टैरिफ लगाया गया है। उन्होंने व्यापार घाटे को भी राष्ट्रीय आपातकाल घोषित करने के लिए 1977 के एक कानून का हवाला दिया है।
इस कानून का हवाला देते हुए उन्होंने व्यापक आयात करों को उचित ठहराया है। इस घोषणा के बाद जब बवाल मचा तो उन्होंने देशों को बातचीत का मौका देने के लिए रेसिप्रोकल टैरिफ को 90 दिनों के लिए स्थगित कर दिया। आखिरकार कुछ देशों में ट्रंप की मांगों के सामने घुटने भी टेक दिए हैं जिन देशों ने ऐसा नहीं किया उनको टैरिफ के कारण ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है।
इन देशों पर लगाया सबसे ज्यादा टैरिफ
ट्रंप ने 69 देशों पर 10 से लेकर 50% तक टैरिफ लगाए हैं। इसमें सीरिया पर 41%, कनाडा पर 35%, ब्राजील पर 50%, भारत में 25%, स्विटजरलैंड पर 39% और ताइवान पर 20%। अमेरिकी राष्ट्रपति ने पाकिस्तान पर पहले 29% टैरिफ लगाया था इसके बाद तेल डील होने के बाद 19 फीसदी कर दिया।