चंडीगढ़: शिरोमणि अकाली दल के सीनियर नेता बिक्रम मजीठिया की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही है। दरअसल, अब बिक्रम मजीठिया को चंडीगढ़ जिला अदालत ने एक नोटिस जारी किया है। यह नोटिस उनके खिलाफ मानहानि केस में जारी किया गया है। यह कार्रवाई मुख्यमंत्री के पीएस (प्राइवेट सेक्रेटरी) पर भ्रष्टाचार के झूठे आरोप लगाने के मामले में की गई है। पीएस ने इस संबंध में मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था।
राजनीतिक गलियारों में यह मामला एक नया अध्याय खोल सकता है, जिससे मजीठिया की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। दूसरी ओर, पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में आज शिरोमणि अकाली दल के नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया द्वारा मोहाली जिला अदालत के रिमांड आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई हुई। उच्च न्यायालय में मजीठिया की रिमांड चुनौती याचिका पर सुनवाई 8 जुलाई तक स्थगित कर दी गई है।
हालांकि, आज मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। सुनवाई के दौरान, पंजाब के एडवोकेट जनरल (एजी) ने दलील दी कि मजीठिया ने मोहाली अदालत के 26 जून, 2025 के आदेशों को चुनौती दी है, जो अब अप्रासंगिक हैं क्योंकि उसके बाद नए समन जारी किए गए हैं। इसके बाद अदालत ने मजीठिया के वकील को संशोधित याचिका दाखिल करने के लिए कहा।