जालंधर, ENS: महानगर में मानसून की पहली बरसात ने नगर निगम के दावों की पोल खोलकर रख दी है। मानसून की पहली बरसात होने पर जहां सड़कों पर पानी भर गया है, वहीं ग्राउंड भी तालाब बन गए है। ऐसा ही एक मामला वेस्ट हलके के घास मंडी से सामने आया है, जहां पानी भरने से दहशरा ग्राउंड तालाब बन गई है। वहीं ग्राउंड में पानी भरने से पार्षद सहित इलाका निवासियों में रोष पाया जा रहा है। इस ग्राउंड का नींव पत्थर कांग्रेस सासंद चरणजीत सिंह चन्नी, सुशील रिंकू की अगुवाई में .82 करोड़ की लागत से रखा गया था। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को लेकर यह नींव पत्थर रखा गया था। लेकिन पहली मानसून की बरसात से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के दावों की पोल खुल गई है।
ग्राउंड में पानी की निकासी का कोई प्रबंध ना होने के आरोप लोगों द्वारा लगाए जा रहे है। हालांकि पार्क में लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है, वहीं बच्चों के लिए झूले लगाए गए है, लेकिन ग्राउंड में साफ-सफाई की व्यवस्था काफी खराब है। वहीं इलाके की महिला पार्षद के बेटे ने कहा कि उन्होंने ग्राउंड को लेकर मेयर से मुलाकात की है। उन्होंने कहा कि ग्राउंड को लेकर 3 करोड़ रुपए की ग्रांट भी पास की जा चुकी है, लेकिन ग्राउंड की व्यवस्था काफी खराब हो चुकी है।
उन्होंने ग्राउंड के लिए जारी हुई ग्रांट को लेकर जांच करवाने की प्रशासन से गुहार लगाई है। ग्राउंड में लगे पेड़ों को काट दिया गया है। पार्षद के बेटे ने कहा कि पेड़ों को काटने की जानकारी किसी के पास नहीं है। ग्राउंड में पानी की कोई निकासी नहीं है। महावीर क्लब की ओर से हर साल यहां पर दहशरा का पर्व मनाया जाता है। हैरानी की बात यह है कि पूर्व डिप्टी इस इलाके के है, लेकिन 2021 में ग्राउंड को बेहतर बनाने के लिए 82 लाख रुपए पास हुए थे।
पार्षद के बेटे ने आरोप लगाए है कि पिछले 10 साल से नगर निगम की ओर से 10 से 15 हजार का चेक साफ-सफाई के लिए आता था, लेकिन कोई साफ -सफाई नहीं हो रही और ना ही कोई माली साफ-सफाई के लिए रखा गया। जिसके बाद नौजवान की माता ने पार्षद बनने के बाद चैक को बंद करवा दिया गया है। उन्होंने कहा ग्राउंड में कैमरे लगे हुए है, ऐसे में पेड़ काटने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। पार्षद के बेटे ने कहा कि इस मामले को लेकर मेयर के ध्यान में लाया गया है। उन्हें आश्वासन है कि मेयर विनीत धीर ग्राउंड की समस्या का हल करवाएंगे।