मनेंद्रगढ़ः छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में अवैध कोयला खदान में खनन करने गए 2 ग्रामीण मिट्टी में दब गए जिससे दोनों ग्रामीणों की मौके पर ही मौत हो गई। दोनों 25 मार्च से लापता थे। परिजनों को इसकी जानकारी भी नहीं थी। जब कोयला खदान से बदबू आने लगी तो ग्रामीणों को सूचना मिली जिसके बाद शनिवार देर रात ग्रामीणों ने इसकी सूचना कोतवाली पुलिस को दी। खदान के पास टिफिन और चप्पल भी मिली है। दोनों के शव को निकालने का काम शुरू कर दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, मनेंद्रगढ़ कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत घुटरा में स्थित धुनेटी नदी के किनारे ग्रामीणों द्वारा अवैध रूप से कोयला निकाला जाता है। यह कोयला आसपास के ईंट भट्ठों में खपाया जाता है। कोयला निकालने के लिए तस्करों द्वारा ग्रामीणों को पैसे दिए जाते हैं और अवैध कोयला उत्खनन कराया जाता है। इनमें से एक जगह पर नदी के किनारे की मिट्टी का टीला मंगलवार शाम धंस गया, जिसमें 2 ग्रामीण दब गए। ग्राम पंचायत घुटरा के अगरियापारा, ठाठपानी के 2 ग्रामीण इंद्रपाल अगरिया (50) और राजेश अगरिया (35) अन्य ग्रामीणों के साथ 25 मार्च, मंगलवार शाम कोयला निकालने के लिए धुनेटी नदी के किनारे गए थे।
दोनों एक अवैध खदान के अंदर घुसकर कोयला निकाल रहे थे। इस दौरान ऊपर की मिट्टी का टील धंस गया और दोनों ग्रामीण अंदर दब गए। मौके पर मौजूद अन्य ग्रामीण भाग निकले। दोनों ग्रामीण पहले भी कोयला निकालने जाते थे और भट्ठे में काम करते थे। इस कारण परिजनों ने भी उनकी खोजबीन नहीं की। शनिवार को जब राजेश अगरिया को मोबाइल बंद मिला तो परिजनों ने उनके बारे में खोजबीन शुरू की। जब परिजन रात को खोजते हुए धुनेटी नदी के किनारे पहुंचे तो उन्हें बदबू आई। इसकी सूचना कोतवाली पुलिस को देर रात दी गई।
ग्रामीणों ने रविवार सुबह मिट्टी के टीले को हटाने का काम शुरू कर दिया है। पुलिस ने इसके लिए ग्रामीणों को काम में लगाया है। ग्रामीण मिट्टी के टीले को हटाने में जुटे हैं। कई टन मिट्टी पड़े होने के कारण मिट्टी हटाने के लिए पुलिस ने जेसीबी मशीनें भी बुलाई हैं।