टेकः अगर आप बाइक या स्कूटर खरीदने जा रहे है और आप ड्रम और डिस्क ब्रेक को लेकर कंफ्यूज है। तो ये खबर आपके के लिए जानकारी से भरपूर हो सकती है जो आपकी कंफ्यूजन को भी दूर कर देगी। आप अगर बेहतर ब्रेकिंग परफॉर्मेंस और ज्यादा विश्वसनीयता चाहते हैं तो डिस्क ब्रेक बेहतर विकल्प है। वहीं, कम लागत और आसान रखरखाव के मामले में ड्रम ब्रेक को बेहतर विकल्प माना जाता है। हालांकि, डिस्क और ड्रम ब्रेक दोनों के अपने-अपने फायदे और नुकसान हैं।
डिस्क ब्रेक बेहतर ब्रेकिंग परफॉर्मेंस, कम गर्मी, ईजी मेटेनेंस, गीले रास्तों में ज्यादा बेहतर परफॉर्म करते हैं। वहीं, ड्रम ब्रेक आसान डिजाइन, पार्किंग ब्रेक के रूप में बेहतर, लंबे समय तक चलने वाले और कम मेंटेनेंस की वजह से लोगों को पसंद आते हैं। आजकल भारत में बिकने वाले दोपहिया वाहनों में किफायती रेंज के प्रोडक्ट में ड्रम और डिस्क वेरिएंट्स के विकल्प मिलते हैं।
डिस्क ब्रेक ड्रम ब्रेक की तुलना में बेहतर ब्रेकिंग परफॉर्मेंस देते हैं। दरअसल, डिस्क ब्रेक में ब्रेक पैड एक रोटर पर दबाव डालते हैं, जो पहियों को जल्दी और अच्छी तरह रोकता है। डिस्क ब्रेक ड्रम ब्रेक की तुलना में कम गर्म होते हैं। डिस्क ब्रेक में रोटर हवा के संपर्क में रहता है, जो गर्मी को दूर करने में मदद करता है। डिस्क ब्रेक ड्रम ब्रेक की तुलना में गीले रोड कंडिशन में बेहतर प्रदर्शन करते हैं। डिस्क ब्रेक में पानी और गंदगी को रोटर से दूर रखने में मदद मिलती है, जिससे ब्रेकिंग परफॉर्मेंस में सुधार होता है। डिस्क ब्रेक में ब्रेक पैड को बदलना आसान होता है। डिस्क ब्रेक पर लोगों को ड्रम ब्रेक की तुलना में ज्यादा विश्वास होता है।
ड्रम ब्रेक डिस्क ब्रेक की तुलना में कम खर्चीले होते हैं। ड्रम ब्रेक में आसान डिजाइन होता है, जिससे बनाने का खर्चा कम होता है। ड्रम ब्रेक का मेंटेनेंस और रिपेयरिंग भी आसान है। ड्रम ब्रेक पार्किंग ब्रेक के रूप में बेहतर काम करते हैं। ड्रम ब्रेक में ब्रेक शूज एक ड्रम के अंदरूनी हिस्से पर दबाव डालते हैं, जो पहियों को मजबूती से रोकता है। ड्रम ब्रेक डिस्क ब्रेक की तुलना में ज्यादा समय तक चलते हैं। ड्रम ब्रेक को डिस्क ब्रेक की तुलना में कम रखरखाव की जरूरत होती है। ड्रम ब्रेक तो जल्दी बदलने की जरूरत नहीं होती है।