जालंधर, ENS: महानगर में आवारा कुत्तों का आतंक लगातार देखने को मिल रहा है। हालात यह हो गए है कि आवारा की कुत्तों की संख्या बढ़ने को लेकर लोगों में दहशत का माहौल पाया जा रहा है। वहीं सिविल अस्पताल में बुधवार को एक दिन में डॉग बाइट के 27 नए और 87 पुराने मरीज एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने पहुंचे। बूटा पिंड में तो एक युवक को आवारा कुत्ते ने पीठ पर बुरी तरह काट खाया। औसतन सिविल अस्पताल में हर रोज 110 से अधिक मरीज एंटी रेबीज डोज लगवाने पहुंच रहे हैं।
जिक्रयोग है कि नगर निगम हद में स्ट्रे डॉग्स रोज लोगों को काट रहे हैं। हाल ही में दुर्गा एवेन्यू में डॉग्स ने दस साल के बच्चे के पैर में काट लिया था। वहीं, रात में सड़कों पर कुत्ते वाहनों के पीछे दौड़ते हैं, जो हादसे की वजह भी बनते हैं। सिटी में प्रताप बाग, रेलवे रोड, बस्ती दानिशमंदां, बस्ती शेख, बस्ती गुजां, मॉडल हाउस, गांधी कैंप, बस्ती बावा खेल आदि में लोग आवारा कुत्तों से ज्यादा परेशान हैं। सिटी के हालात ऐसे हैं कि डॉग्स की संख्या निरंतर बढ़ रही है और नसबंदी का काम धीमी गति पर चल रहा है।
डॉग पॉन्ड में रोज सिर्फ 25 से 30 कुत्तों की नसबंदी की जा रही है। उधर, इस बारे में डॉ. सिमरनजीत सिंह, पशु चिकित्सक एवं कॉन्ट्रैक्टर, डॉग पॉन्ड ने कहा कि नए कैनल बनेंगे तो नसबंदी का ग्राफ बढ़ेगा डॉग पॉन्ड में कुत्तों को रखने के लिए कम्युनिटी कैनल की कमी है। ऐसा होने से नसबंदी का ग्राफ 50 से ज्यादा हो जाएगा। शहर में आवारा कुत्तों का आतंक बरकरार है। दो दिन पहले ही एक मासूम पर स्ट्रे डॉग्स ने हमला करके उसे घायल कर दिया। वहीं, मंगलवार शाम के समय बच्चों को ट्यूशन पढ़ने के लिए बुलाने जा रहे बूटा पिंड निवासी राज साकी को स्ट्रे डॉग (आवारा कुत्ते) ने काट लिया। कुत्ते के हमले से राज साकी की पीठ पर जख्म हुए हैं। राज ने बताया कि अगर उनकी जगह बच्चे होते तो हालात और भी बुरे हो सकते थे।
वे तुरंत श्री गुरु रविदास चौक के पास मेडिकल स्टोर पर गए तो वहां पर मौजूद लोगों ने कहा कि उनको भी बूटा पिंड के डॉग्स ने कई बार काटा है। राज ने बताया कि प्रशासन आवारा कुत्तों को पकड़ कर कहीं दूर नहीं छोड़ रहा। निगम को इन आवारा कुत्तों का कोई हल निकालना चाहिए। जो कुत्ते खूंखार हो चुके हैं। उन्हें डॉग कंपाउंड में बंद कर देना चाहिए ताकि कोई बड़ा नुकसान न हो।