कटड़ाः नए साल पर श्री माता वैष्णो देवी के दर्शन करने जा रहे श्रद्धालुओं के लिए अहम खबर है। दरअसल, हर साल भारी मात्रा में श्रद्धालु नया साल मां वैष्णों देवी के दरबार में जाकर मनाते है। इन्हीं 2 दिन पूरे वर्ष में सबसे ज्यादा श्रद्धालु आते हैं। प्रतिदिन यात्रा 35 से 40 हजार के बीच रहती है। इस बार यात्रा मार्ग पर ताराकोट क्षेत्र से सांझीछत्त तक रोपवे परियोजना के निर्माण के विरोध में कटड़ा व भवन मार्ग पर सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान व घोड़ा, पिट्ठू, पालकी सेवाएं पिछले 6 दिन से बंद है। जिसके चलते श्रद्धालु भारी परेशानी से जूझ रहे हैं।
वहीं अब खबर सामने आई है कि संघर्ष समिति ने अपने बंद की कॉल को 2 दिन और बढ़ा दिया है। ऐसे में यानी 31 दिसंबर व नव वर्ष के पहले दिन भी कटड़ा आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। दरअसल, पिछले 6 दिन से बंद व हड़ताल से यात्रा का प्रतिदिन आंकड़ा 21 से 25 हजार के बीच चल रहा है, हालांकि बंद के बावजूद श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं है। बताया जा रहा हैकि हिरासत में लिए गए संघर्ष समिति के सदस्यों को रिहा करने की मांग को लेकर कटड़ा मुख्य बस स्टैंड पर स्थानीय 8 युवाओं की भूख-हड़ताल जारी रही और अन्य लोग उनके समर्थन में बैठे रहे।
बता दें कि श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यात्रा मार्ग पर रोवपे परियोजना बना रहा है। बोर्ड का कहना है कि इस परियोजना से विशेषकर बुजुर्गों व दिव्यांग श्रद्धालुओं को काफी सुविधा होगी। वहीं, स्थानीय संघर्ष समिति का तर्क है कि इस परियोजना से कई घोड़ा, पिट्ठू, पालकी वाले व यात्रा से जुड़े लोग बेरोजगार हो जाएंगे और यह परियोजना आस्था से भी खिलवाड़ है। इसी मुद्दे पर बोर्ड व संघर्ष समिति आमने-सामने हैं और समिति के करीब 18 सदस्यों को हिरासत में भी लिया गया है। इस मामले में राजनीति भी गर्म है। संघर्ष समिति ने पहले 72 घंटे के बंद का आह्वान किया था। इसके बाद बंद को तीन बंद बढ़ाया गया। सोमवार बंद के अंतिम दिन शालीमार पार्क में प्रशासन तथा श्राइन बोर्ड के खिलाफ प्रदर्शन जारी रहा।
इस दौरान स्थानीय भाजपा विधायक बलदेव राज शर्मा व नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष विमल इंदू आदि भी प्रदर्शन में शामिल हुए। विधायक बलदेव राज शर्मा ने कहा कि दो मांगों में से एक मांग को मान लिया गया है, जिसमे सिक्स लेन कारिडोर कटड़ा के निर्माणाधीन बस अड्डा के पास ही रहेगा, इसे ताराकोट मार्ग तक नहीं बढ़ाया जाएगा, जिसका आश्वासन केंद्र के शीर्ष नेतृत्व में दिया है। अलबत्ता, रोपवे परियोजना को लेकर लंबी लड़ाई लड़ने की जरूरत है, जिसको लेकर वह संघर्ष समिति के सदस्यों के साथ हैं। समिति जो फैसला करेगी वह उन्हें मान्य होगा। देर शाम को बनी के विधायक डा. रामेश्वर भी हड़ताल के समर्थन में पहुंचे। प्रदर्शन समाप्त होने के बाद शाम पांच बजे जैसे ही लोग मुख्य बस अड्डा की ओर जाने लगे तो पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें रोक दिया।
