बेगूसरायः डस्टबिन में एक नवजात बच्ची मिलने का मामला सामने आया है। जिसे अस्पताल में दाखिल करवाया गया है और NICU यानी नेशनल इनटेंसिव केयर यूनिट में एडमिट किया गया है। जानकारी अनुसार बेगूसराय के बरखी के रहने वाले किशन मल्लिक सुबह शहर में सफाई के लिए निकलते हैं।
सफाई के बाद जब वह नगर परिषद के मुख्य बाजार में रखे डस्टबिन में कूड़ा फेंकने गए तो उन्हें नवजात के रोने की आवाज आई। अंदर झांक कर देखा तो नीचे एख नवजात पड़ी थी। तुरंत नवजात को उठाया और घर ले आए और घर में पूरी जानकारी दी। जिसके बाद तय किया कि हमारे घर बेटी नहीं है, इसलिए इसे हम रखेंगे। उन्होंने तत्काल नवजात का नाम खुशी रखा और कहा कि मेरे घर खुशी आई है।
किशन ने बताया कि नवजात को किसने रखा, कब रखा इस बारे में कोई कुछ नहीं बता पाया। घर लाने के बाद उसे पास के आशा क्लिनिक में एडमिट करा दिया। मैंने ये भी सोचा कि अगर कोई शाम तक आएगा, तो उसके माता-पिता को समझाकर वापस कर दूंगा, लेकिन शाम तक इंतजार के बाद कोई नहीं आया। अब ये नवजात मेरी बेटी है और मैं काफी खुश हूं। मेरे दो बेटे हैं, बेटी नहीं है। इसलिए हम अपने घर बेटी को पाकर खुश हैं। उधर, आशा क्लिनिक कर्मियों की मानें तो ऐसा लग रहा है कि बच्ची का जन्म सोमवार रात को ही हुआ था। बच्ची के शरीर में नाभी और खून जहां तहां लगा हुआ था। फिलहाल, बच्ची की हालत ठीक है।