ऊना/सुशील पंडित: भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता एवं अधिवक्ता अजय चौहान ने बीते वीरवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में स्कूल, कॉलेजों में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के लिए पीरियड आधार पर गेस्ट टीचर्स भर्ती पॉलिसी को हिमाचल प्रदेश के शिक्षित बेरोजगार युवाओं के साथ भद्दा मजाक बताया है ।
चौहान ने प्रदेश सरकार से तुरंत पॉलिसी को वापस लेने की मांग की। उन्होंने बताया कि प्रदेश के अंदर युवा लंबे समय से प्रतियोगी तैयारी तथा शोधार्थी युवाओं के साथ प्रदेश सरकार ने स्कूलों में जेबीटी, टीजीटी, पीजीटी और कॉलेजों में सहायक आचार्य के रिक्त पदों पर गेस्ट फैक्लटी को प्रति लेक्चर आधार पर रखे जाने की पॉलिसी को लागू किए जाने के फैसले को युवाओं के भविष्य के साथ धोखा बताया है।|
उन्होंने कहा कि सरकार अपनी गारंटियों के मुताबिक युवाओं को स्थाई रोजगार देना चाहिए न कि अस्थाई पीरियड और गेस्ट भर्ती के नाम पर युवाओं के साथ धोखा करना चाहिए ।
अजय चौहान ने बताया कि कुछ महीने पूर्व भी इस प्रकार की चर्चा चली कि प्रदेश सरकार गेस्ट शिक्षक की भर्ती करेगी लेकिन भाजपा और युवाओं के विरोध के बाद प्रदेश के मुखमंत्री को मीडिया से रूबरू होकर इसका खंडन करना पड़ा था कि सरकार भविष्य में भी इस प्रकार के गेस्ट शिक्षक भर्ती नहीं करेगी । लेकिन चंद महीनों के बाद वीरवार को कैबिनेट की मीटिंग में यह पॉलिसी भी बन गई । जो यह दर्शाता है कि सरकार की कथनी और करनी में बहुत फर्क है । चौहान ने बताया की यह सरकार पूरी तरह से युवा विरोधी है और जब से कांग्रेस सता में आई है आए दिन ऐसे कई युवा विरोधी फैसले ले रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के स्कूलों में जेबीटी, टीजीटी, पीजीटी और कॉलेजों में सहायक आचार्य के रिक्त पदों पर गेस्ट फैक्लटी को प्रति लक्चर आधार पर रखे जाने की पॉलिसी बनाऐ।
