फिरोजपुरः जिले में पुलिस द्वारा 14 जगहों पर नाकेबंदी की गई। इस दौरान पुलिस ने नाकेबंदी पर लाल-नीली बत्ती और फ्लैग लगी फॉर्च्यूनर गाड़ी को रोककर चैकिंग की। चैकिंग दौरान पहले तो कार चालक ने कहा कि यह गाड़ी में मौजूद अधिकारी चुनाव आयोग से संबंधित है। जिसको लेकर नाके पर भारी हंगामा हो गया। गाड़ी चालक द्वारा मौके पर काफी हंगामा किया गया। जब पुलिस अधिकारी ने पूछा कि गाड़ी पर काली फिल्म लगने के बारे में पूछा गया तो ड्राइवर कुछ जवाब नहीं दे पाया। इस दौरान गाड़ी में बैठा व्यक्ति बाहर आया और पुलिस अधिकारी को कहने लगा कि आप बीपी क्यों हाई अपना कर रहे हो और कहने लगा कि वह चुनाव आयोग विभाग से संबंधित है।
जांच अधिकारी ने जब कागज चैक करवाने के लिए कहा तो उसने एक दस्तावेज दिखाया। जिसके बाद जब उक्त व्यक्ति से गाड़ी पर काले शीशे और लाल नीली बत्ती की परमिशन के बारे में पूछा गया तो व्यक्ति कुछ जवाब नहीं दे पाया। काफी देर तक नाके पर हंगामा होता रहा। इस दौरान गाड़ी में मौजूद महिलाओं द्वारा राजनीति नेता से करीबी संबंध के बारे में बताया तो आईपीएस रणधीर ने कहा महिला को कहा कि आप मुझे राजनीति नेताओं के नाम पर धमका रहे हो। जिसके बाद लड़की ने अपने रिश्तेदार को समझाया और पुलिस अधिकारी को कहा कि उसने गलती से कह दिया। महिला ने कहा कि उसने सोचा कि आपके लॉकल है तो आप उनसे बात कर लोंगे। जिसके बाद आईपीएस अधिकारी ने महिला से कहा कि क्या हम नियमों की पालना ना करें। काफी देर तक हंगामा होने के बाद आईपीएस अधिकारी रणधीर ने गाड़ी को इम्पाउंड कर दिया।
वहीं मामले की जानकारी देते हुए आईपीएस रणधीर कुमार ने बताया कि बीते दिन एसएसपी सौम्या मिश्रा और डीआईजी रेंज फिरोजपुर रणजीत सिंह ढिल्लों के दिशा-निर्देशों पर 14 जगहों पर नाकेबंदी की गई थी। उन्होंने कहा कि यह नाकेबंदी क्राइम की वारदातों पर नकेल कसने और ट्रैफिक नियमों की पालना ना करने वालों के खिलाफ लगाई गई थी। उन्होंने कहा कि इस दौरान चुंगी नंबर 7 पर नाकेबंदी के दौरान हरियाणा नंबर की तेज रफ्तार फॉर्च्यूनर गाड़ी आ रही थी। आईपीसी रणधीर ने बताया कि गाड़ी पर गैर कानूनी लाल और नीली बत्ती लगी हुई थी और गाड़ी के शीशे भी काले थे। उन्होंने कहा कि गाड़ी पर एक फ्लैग भी लगा हुआ था।
आईपीसी रणधीर ने बताया कि जब गाड़ी को रूकने का इशारा किया गया तो गाड़ी चालक ने पहले गाड़ी नहीं रोकी, जिसके बाद ड्राइवर ने कुछ दूरी पर गाड़ी को रोका। आईपीसी रणधीर ने बताया कि गाड़ी चालक ने बताया कि बताया कि उसके साथ बैठा अन्य व्यक्ति चुनाव आयोग विभाग से संबंधित है। जिसके कारण गाड़ी पर लाल नीली बत्ती लगाई हुई है।
आईपीसी रणधीर ने बताया कि जब मामले की गहनता से जांच पड़ताल की गई तो पता चला कि यह गाड़ी ना तो चुनाव आयोग की है और ना ही गाड़ी में मौजूद व्यक्ति चुनाव आयोग से संबंधित है। आईपीसी अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान गाड़ी नंबर एचआर 01 एएल 0099 मॉडल टाउन अंबाला निवासी नितिन उप्पल की है। इस दौरान नीतिन उप्पल घटना स्थल पर मौजूद था। जिसके बाद गाड़ी का चालान काटा गया। आईपीसी अधिकारी ने लोगों ने लाल नीली बत्ती का उपयोग गैर कानूनी तरीके से ना करने की अपील की गई।