हेल्थः Kidney हमारे शरीर का फिल्टर है। अगर शरीर में दोनों किडनी काम करना बंद कर दें तो हम जिंदा नहीं रह सकते। यही कारण है कि किडनी पर छोटी सी आंच भी मुश्किलें खड़ी देती है। वास्तव में हम जब खाना खाते हैं तो खाने के साथ हमारे शरीर में कई तरह जहरीले रसायन भी जाते हैं। इसके अलावा भोजन को पचाने के दौरान पेट में कई तरह के हानिकारक केमिकल बनते हैं। इसे शरीर से हटाने का काम लिवर और किडनी का है। हमारे शरीर में जितना खून होता है वह 24 घंटे में कम से कम 40 बार किडनी से गुजरता है ताकि एक-एक बारीक चीज को छान ली जाए अब यह समझिए कि अगर किडनी में कुछ होता है तो पहले किडनी इसे खुद ही ठीक कर लेती है. इसलिए किडनी में संकट के लक्षण तुरंत सामने नहीं आते।
पेशाब में गड़बड़ीः पेशाब में गड़बड़ी किडनी खराब होने या कमजोर होने का पहला संकेत है। आप या तो ज्यादा पेशाब करने लगेंगे या कम करने लगेंगे। वहीं पेशाब के रंग में बदलाव होने लगेगा। पेशाब में जलन या पेशाब करते समय दर्द होगा और पेशाब में स्मैल आने लगती है।
भूख कम लगनाः अगर शरीर में ज्यादा वेस्ट प्रोडक्ट बनने लगे तो इसे छानने में किडनी पर ज्यादा लोड पड़ता है। इससे शरीर के अंदरुनी हिस्सों में यह प्रोडक्ट जमा होने लगता है। ये सब भूख को कम कर देते हैं।
उल्टी और जी मितलानाः किडनी अगर कमजोर होने लगे तो उल्टी भी होने लगती है। इससे जी मितलाने लगता है।
पैरों में सूजनः किडनी खराब होने पर खून में हीमोग्लोपबिन का बैलेंस बिगड़ जाता है। इससे पैरों में सूजन होने लगती है। यह सूजन पैरों और टखनों पर देखने को मिलता है। कभी-कभी आंखों के नीचे भी सूजन दिखने लगती है।
कमजोरी और थकानः किडनी खराब होने पर शरीर में बहुत अधिक कमजोरी और थकान होने लगती है। यहां तक कि रात में सही से नींद भी नहीं आती है।
छाती में दर्दः अगर किडनी ज्यादा खराब हो गई तो इस स्थिति में हार्ट की लाइनिंग के आसपास फ्लूड जमा होने लगता है जिससे छाती में दर्द करने लगता है।