नई दिल्लीः डॉक्टर को धरती पर भगवान का दूसरा रूप माना जाता है। भगवान ने तो हमें एक बार जीवन दिया है, लेकिन वह डॉक्टर ही है जो हमारे जीवन की रक्षा करता है। किसी भी तरह की शारीरिक समस्या हो, डॉक्टर के पास पहुंचते ही हम मान लेते हैं कि इसमें आराम मिल जाएगा। हालांकि कई बार इंसान फर्ज़ी डॉक्टरों के भी चक्कर में पड़ जाता है। जिसके बारे में हमें किसी भी तरह की कोई जानकारी नहीं होती कि डॉक्टर की पढ़ाई क्या है या फिर उसने इससे पहले कहां-कहां काम किया है। कुछ लोग फर्ज़ी डॉक्टर बनकर भी अपना धंधा चलाते रहते हैं और मासूम मरीज़ों को लूटते रहते हैं।
एक ऐसा ही मामला थाईलैंड में देखा गया है। जहां 36 साल का एक आदमी डॉक्टर बनकर लोगों को बेवकूफ बना रहा था। जिसने 9 क्लास तक पढ़ाई पूरी कर रखी थी और खुद ही सर्जरी करना सीख लिया था। पिछले 20 साल से वह पुरुषों की प्राइवेट समस्याओं से जुड़ी सर्जरी करता था। हर महीने वो दो से तीन ऑपरेशन कर देता और 12 हज़ार से लेकर 50 हज़ार तक की फीस भी चार्ज करता था। इस फर्ज़ी डॉक्टर का भांडा तब फूटा, जब उसके एक मरीज़ को ऑपरेशन के बाद भयानक इंफेक्शन हो गया। उसने पुलिस को इस बारे में बताया, तब एक स्टिंग ऑपरेशन की मदद से पुलिस ने फर्ज़ी सर्जन को धर दबोचा। रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उसने न ही कोई मेडिकल की पढ़ाई की और न ही उसके पास कोई लाइसेंस है। इसके अलावा पीड़ित मरीज़ ने भी उस पर लीगल एक्शन लिया है।