जालंधरः 250 साल पुराने विरासती बरगद के पेड़ को बचाने के लिए एक 62 वर्षीय किसान ने अकेले ही लड़ाई शुरू कर दी है। जिसे ग्रामीण पंजाब में स्थानीय तौर पर बाबा बोहड़ के नाम से जाना जाता है। उन्होंने केंद्र, पंजाब सरकार और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) से भारतमाला सड़क परियोजना के लिए पेड़ को न काटने का आग्रह किया है।
किसान बलबीर सिंह ने बताया कि जालंधर जिले के नकोदर उप-मंडल के गांव में स्थित भव्य पुराना बरगद का पेड़ गांव की शान है। परियोजना के लिए एनएचएआई ने उनकी 2.5 एकड़ जमीन पहले ही अधिग्रहित कर ली है। हालांकि, उनका कहना है कि उन्होंने एनएचएआई अधिकारियों और ठेकेदारों से साफ कह दिया है कि वह उन्हें पेड़ काटने की इजाजत नहीं देंगे, जो दूसरी जगह पर खड़ा है। बलबीर सिंह ने कहा कि आज के समय हमारा पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है। ऐसे में हमें पेड़ लगाने की जरूरत है, ना कि काटने की। उन्होंने कहा कि चाहे मुझे जेल भी जाना पड़े पर मैं आखिर तक इस पेड़ को बचाने के लिए जंग लडूंगा।
