श्रद्धालुओं को हर सुविधा देने के लिए मंदिर कमेटी दो माह पूर्व शुरू करती है तैयारियां: प्रवीण शर्मा
ऊना/सुशील पंडित: उत्तर भारत के प्रसिद्ध धौमेश्वर मंदिर( सदाशिव मंदिर)तलमेहड़ा में सावन मास के चौथे रविवार भोलेनाथ के भक्तो में मंदिर के शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए भीड़ का तांता रहा और कतार में खड़े होकर श्रद्धालू शिवलिंग तक पहुंचकर भोलेनाथ को खुश करने के लिए जलाभिषेक करते रहे।
मंदिर कमेटी के चेयरमैन प्रवीण शर्मा ने बताया कि सावन मास के उपलक्ष्य पर हर वर्ष सदाशिव मंदिर में श्रद्धालुओं का भारी तांता लगता है और परिवार सहित श्रद्धालू मंदिर में जल चढ़ाने एवं भोले नाथ का आशीर्वाद लेने के लिए सदाशिव पहुंचते है।
प्रवीण शर्मा ने कहा कि मंदिर कमेटी सावन मास से पूर्व दो माह से लगातार तैयारियों में जुटी रहती है ताकि सदाशिव में आने वाले हर श्रद्धालु को मंदिर कमेटी की तरफ से पूरी सहूलियत मुहैया करवाई जाए। बही अपंग और बुजुर्गो के लिए मंदिर परिसर में लिफ्ट का प्रावधान भी किया गया है ताकि हर कोई भगवान भोलेनाथ की द्वापर युग से जुड़ी और दिव्य शिवलिंग के दर्शन कर सकें। शर्मा ने कहा कि सदाशिव मंदिर का इतिहास द्वापर से जुड़ा है और पांडवों के कुल पुरोहित धौम्य ऋषि ने जिला उना के उपमंडल बंगाणा की रामगढ़ धार के सबसे ऊंचे टीले पर तपस्या करके भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न किया था। और भगवान भोलेनाथ ने दर्शन देकर उनकी मनोकामना पूर्ण करने का वचन दिया था जो आज भी भोलेनाथ जी का बचन सत्य हो रहा है और जो भी भक्त सदाशिव में सच्चे मन से प्रार्थना करते है। भगवान भोलेनाथ उनकी मनोकामना पूर्ण करते है।
प्रवीण शर्मा ने कहा कि मंदिर परिसर में अटूट लंगर की व्यवस्था, श्रद्धालुओं को ठहरने की सुविधा, पार्किंग की व्यवस्था, गौशाला का निर्माण,मंदिर परिसर में नव दुर्गा भवन,मंदिर परिसर में पेवर ब्लॉक लगाना, मंदिर परिसर पर तीसरी आंख का पहरा यानी सीसीटीवी लगाना, मंदिर के मुख्य गेट से मंदिर अंदर तक श्रद्धालुओं के लिए शैड बनाकर राहत देना, सुलभ शौचालय का निर्माण, एवं जागरण के लिए बड़े हाल का निर्माण करवाया है और यह सब श्रद्धालुओं द्वारा दान के रूप में दिए एक एक पैसे से हुआ है। प्रवीण शर्मा ने कहा कि सदाशिव मंदिर में आकर सभी सुख प्राप्त होते है। वही रविवारीय संध्या पर पंजाब की बुलंद आवाज मानव हीरा एवं अन्य प्रसिद्ध गायकों ने भोलेनाथ की महिमा का गुणगान किया। इस मौके पर कमेटी सदस्य व अन्य दर्जनों भक्तों ने विभिन्न जगहों पर लगे भंडारों द्वारा अपनी सेवाए दी।