लुधियानाः फिरोजपुर रोड पर आंगनवाड़ी वर्करों ने सरकार के खिलाफ धरना दिया। धरने में बड़ी संख्या में आंगनवाड़ी वर्कर महिलाएं पहुंची। पुलिस के साथ सुबह इन महिलाओं की बहसबाजी भी हुई जिसके बाद उन्होंने फिरोजपुर रोड की एक सड़क जाम कर दी। ट्रैफिक पुलिस ने बिगड़ रही व्यवस्था के कारण फिरोजपुर रोड को सिंगल वे कर दिया। जानकारी देते हुए आंगनवाड़ी कर्मचारियों की नेता गुरजीत कौर ने कहा कि आज पूरे पंजाब की आंगनवाड़ी महिलाएं धरना देने आई है।
पिछले 10 साल से उनकी मांगें लटक रही है जिस कारण उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। 10 जुलाई को हर साल मांग पत्र दिवस मनाया जाता है लेकिन मांग कभी आंगनवाड़ी वर्करों की पूरी नहीं होती। वर्करों को वेत्तन रेगुलर नहीं मिल रहा। सभी आंगनवाड़ी में काम करने वाली महिलाओं का वेत्तन 10,500 है लेकिन उन्हें सिर्फ 6 हजार रुपए मिल रहा है। बाकी पैसे बाद में देने का कहा जाता है। मांग है कि सभी वर्करों का वेत्तन इक्ट्ठा दिया जाए। वेत्तन भत्ते में सरकार को बढ़ौत्तरी करनी चाहिए।
महिला कुलवंत कौर ने कहा कि वह नीलों इलाके की आंगनवाड़ी सचिव है। उन्होंने की सरकार बनने से पहले उन लोगों से कई वादे किए गए थे लेकिन कोई वादा पूरा नहीं हुआ। आंगनवाड़ी से बच्चों को हटाकर प्री प्राइमरी स्कूल खोले जा रहे है। आंगनवाड़ी में बच्चों के लिए जो फीड आ रही है वह सही नहीं है। आज 49 साल इस स्कीम को लागू हुए हो चुके है लेकिन अभी तक किसी सरकार ने पक्का नहीं किया। कुल 26 हजार वर्कर है जिन्हें वेत्तन लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। देश की वित्त मंत्री सीता रमण से भी मांग है कि 24 जुलाई को पेश किए जाने वाले बजट में आंगनवाड़ी वर्करों का ध्यान दिया जाए। सेवा मुक्त होने वाली महिलाओं को करीब 5 लाख रुपए दिए जाए।