चंडीगढ़: शिरोमणि अकाली दल (शिअद) अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने घोषणा की कि वह आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। बादल ने राज्य की संसदीय सीट के लिए उम्मीदवारों पर चर्चा के लिए यहां पार्टी नेताओं, जिला पार्टी अध्यक्षों और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) के सदस्यों के साथ एक दिवसीय बैठक के बाद यह घोषणा की। निवर्तमान लोकसभा में फिरोजपुर से सदस्य बादल से जब यह पूछा गया कि क्या वह संसदीय चुनाव लड़ेंगे तो उन्होंने कहा, “मैं चुनाव नहीं लड़ रहा हूं।” एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि संभावित उम्मीदवारों के नाम पर विचार-विमर्श चल रहा है। उन्होंने कहा कि परामर्श प्रक्रिया पूरी होने के बाद उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की जाएगी।
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) पंजाब में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ रही है क्योंकि भाजपा के साथ पार्टी का गठबंधन नहीं हो सका था। भाजपा के अकेले चुनाव लड़ने से आम चुनाव में इस सीमावर्ती राज्य में चतुष्कोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। पंजाब में 13 लोकसभा सीट के लिए मतदान 7 चरण वाले आम चुनाव के अंतिम चरण में एक जून को होगा। शिरोमणि अकाली दल ने अब निरस्त किए कृषि कानूनों को लेकर सितंबर 2020 में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से संबंध तोड़ लिए थे. दोनों दलों ने 1996 में गठबंधन बनाया था और एक साथ मिलकर चुनाव लड़ते रहे। 2019 में उन्होंने पंजाब में दो-दो लोकसभा सीट जीती थी।
इससे पहले शिअद के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने बीते 27 मार्च को लोगों से अपील की थी कि वे अपनी क्षेत्रीय पार्टी का समर्थन करें, जो पंजाब के हितों की रक्षा के लिए सिद्धांतों पर लोकसभा चुनाव लड़कर दिल्ली की सभी पार्टियों से मुकाबला कर रही है। शिअद प्रमुख ने ‘पंजाब बचाओ यात्रा’ के तहत मनसा और बुढलाडा विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करते हुए यह अपील की थी। उनके साथ बठिंडा की सांसद हरसिमरत कौर बादल भी थीं। सुखबीर बादल ने कहा, “हम भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के खिलाफ लड़ रहे हैं जिनके पास पंजाब के लिए कोई एजेंडा नहीं है।” उन्होंने कहा था, ठकेवल अकाली दल ही आपके अधिकारों की रक्षा कर सकता है।”