Loading...
- Advertisement -
HomeBreaking Newsपूर्व CM की रिश्तेदार और 3 बार की विधायक BJP में हुईं...

पूर्व CM की रिश्तेदार और 3 बार की विधायक BJP में हुईं शामिल

WhatsApp Group Join Now
WhatsApp Channel Join Now

रांचीः पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) की प्राथमिक सदस्यता और केंद्रीय महासचिव समेत सभी पदों से त्यागपत्र दे दिया। इसके साथ ही सीता सोरेन ने विधानसभा की सदस्यता से भी त्यागपत्र दे दिया। अब सीता सोरेन ने बीजेपी का दामन भी थाम लिया है। इसके साथ ही इस बात की संभावना भी बढ़ गई है कि दुमका लोकसभा सीट से बीजेपी अपने उम्मीदवार को बदल सकती है। नई दिल्ली स्थित पार्टी कार्यालय में विनोद तावड़े और लक्ष्मीकांत दीक्षित की मौजूदगी में सीता सोरेन को बीजेपी की सदस्यता दिलाई गई।

सीता सोरेन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का तेजी से विकास हो रहा है, इसी दृष्टिकोण से आज बीजेपी में शामिल हो रही हूं। उन्होंने कहा कि 14 वर्षों तक जेएमएम में रहने के बावजूद कई सपने अधूरे रह गए। अलग झारखंड राज्य बनाने में उनके पति दुर्गा सोरेन का बड़ा योगदान रहा, वे झारखंड को विकसित राज्य के रूप में देखना चाहते थे, लेकिन वो सपना अधूरा रहा, इसलिए उन्होंने बीजेपी में आने का फैसला लिया। उन्होंने कहा कि वो बड़ी मकसद और बड़ी लड़ाई के लिए बीजेपी में शामिल हो रही हैं।

सीता सोरेन ने जेएमएम की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देने के बाद जेएमएम की प्राथमिक सदस्यता से भी त्यागपत्र दे दिया। सीता सोरेन ने मंगलवार को झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्रनाथ महतो को अपना त्यागपत्र भेज दिया है। स्पीकर को लिखे पत्र में सीता सोरेन ने कहा कि विभिन्न कारणों से उन्होंने जेएमएम की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। वे जेएमएम के सिम्बल पर जामा विधानसभा क्षेत्र से चुनकर आई थी, इसलिए नैतिकता का तकाजा है कि पार्टी छोड़ने से उत्पन्न परिस्थितियों के मद्देनजर विधानसभा सदस्यता से त्यागपत्र दे दूं। इन्हीं कारणों से विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे रहीं हूं।

सीता सोरेन ने जेएमएम से त्यागपत्र देने के फैसले को लेकर शिबू सोरेन को एक भावुक पत्र लिखा। इस पत्र में सीता सोरेन ने बताया कि पति दुर्गा सोरेन की मौत के बाद उन्हें परिवार और संगठन में उचित सम्मान नहीं लिया। वहीं हाल के दिलों में उनके और उनके पूरे परिवार के खिलाफ साजिश भी रची जा रही थी। इस कारण उन्होंने जेएमएम की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देने का फैसला लिया। सीता सोरेन की बड़ी बेटी जयश्री सोरेन दुमका लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकती है। सीता सोरेन के बीजेपी में शामिल होने के बाद यह माना जा रहा है कि दुमका सीट से सांसद सुनील सोरेन का पत्ता कट सकता है। हालांकि बीजेपी ने पहली सूची में ही सुनील सोरेन को दुमका सीट से फिर उम्मीदवार बनाए जाने का फैसला लिया है। लेकिन अब राजनीतिक परिदृश्य बदलने के बाद इस बात की संभावना बढ़ गई है कि सुनील सोरेन की जगह बीजेपी जयश्री सोरेन को उम्मीदवार बना सकती है। हालांकि यह भी संभव है कि बीजेपी ने आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए जयश्री सोरेन और राजश्री सोरेन को पार्टी में शामिल का फैसला लिया हो।

सीता सोरेन ने कई बार पार्टी के खिलाफ मोर्चा भी खोला था। दुर्गा सोरेन सेना बनाकर जेएमएम नेतृत्व पर दबाव बनाने की कोशिश की थी। पति दुर्गा सोरेन की मौत के बाद साल 2009 में जामा विधानसभा सीट से 39वर्ष की आयु में सीता सोरेन पहली बार विधायक बनीं। इसके बाद वर्ष 2014 और 2019 में भी जामा सीट से सीता सोरेन विजयी रहीं। उनकी दो बेटियों जयश्री सोरेन और राजश्री सोरेन ने अपने पिता दुर्गा सोरेन के नाम पर एक सामाजिक संगठन का गठन किया था, जिसे उन्होंने ‘दुर्गा सोरेन सेना’ का नाम दिया। सीता सोरेन के त्यागपत्र के बाद गोड्डा के बीजेपी सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर ट्वीट कर कहा- ‘सीता सोरेन मेरे परम मित्र स्वर्गीय दुर्गा सोरेन की धर्म पत्नी हैं। उन्होंने उचित समय पर उचित निर्णय लिया। हेमंत सोरेन ने भ्रष्टाचारी सरकार दी, कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। दुर्गा सोरेन का संघर्ष हेमंत ख़त्म करना चाहते हैं। अगला नम्बर आंदोलनकारी चम्पाई सोरेन का है। सीता भाभी को बधाई।’

Disclaimer

All news on Encounter India are computer generated and provided by third party sources, so read and verify carefully. Encounter India will not be responsible for any issues.

- Advertisement -

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -

Latest News

- Advertisement -
- Advertisement -

You cannot copy content of this page