हादसे में जिंदा जले सास-ससुर
प्रयागराजः प्रयागराज में आधी रात तक जमकर हंगामा हुआ। बेटी की लाश ससुराल में फंदे पर मिली तो मायके वालों ने ससुरालियों को घर में बंद कर आग लगा दी। लड़की के सास-ससुर जिंदा जल गए। पुलिस ने 5 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाल लिया था। लेकिन, आग बुझने पर करीब 3 घंटे बाद घर से दो लोगों की जली डेडबॉडी मिली। मृतकों की शिनाख्त लड़की के सास-ससुर के रूप में हुई है। पुलिस उपायुक्त दीपक ने बताया कि सूचना पर पहुंची पुलिस ने तत्काल रेस्क्यू कर 5 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। फायर ब्रिगेड की टीम आग बुझाने के बाद रात 3 बजे घर के अंदर गई तो 2 लोगों की डेडबॉडी मिली।
मृतकों की शिनाख्त लड़की के ससुर राजेंद्र केसरवानी और सास शोभा देवी के रूप में हुई है। डेडबॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। जांच की जा रही है। धूमनगंज के झलवा की रहने वाली आंशिका केसरवानी की शादी मुट्ठीगंज के अंशु के साथ हुई थी। रात में अंशिका ससुराल में रस्सी के फंदे से लटकी मिली। खबर मायके वालों को मिली तो काफी लोग मुट्ठीगंज पहुंच गए। ससुराल और मायके वालों के बीच जमकर मारपीट हुई। अंशिका के मायके वाले हत्या का आरोप लगा रहे थे। रात करीब 12 बजे हंगामा बढ़ गया और मायके वालों की भीड़ ने ससुराल वालों को घर में बंद कर आग लगा दी। अंशु के मकान के नीचे फर्नीचर की दुकान भी है।
गेट बंद कर घर फूंके जाने से अफरा-तफरी मच गई। मुट्ठीगंज समेत कई थानों की फोर्स ने पहुंच हंगामा संभाला। फायर ब्रिगेड की टीम ने रात 12 बजे रेस्क्यू शुरू किया। अंशु के बगल के घरों को भी पुलिस ने खाली करा दिया। अंशिका के घरवाले घर के सामने ही रोते-बिलखते रहे। गुस्साए मायके वालों को पुलिस ने सख्ती कर वहां से हटाया। अंशिका की शादी एक साल पहले ही हुई थी। मायके वालों का कहना है कि शादी के बाद से ही उसे प्रताड़ित किया जा रहा था। उनका कहना है कि या तो अंशिका को मारकर लटका दिया गया या फिर आजिज आकर उसने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव कब्जे में ले लिया है।
मुट्ठीगंज के सत्तीचौरा इलाके में अंशिका की मौत के बाद पूरी रात हंगामा चला। घर और दुकान फूंके जाने के बार रेस्क्यू ऑपरेशन चला तो पूरे इलाके के लोग सड़क पर आ गए। अंशिका के ससुराल से लपटें उठ रहीं थी तो घर के सामने सड़क पर ही अंशिका के घर की महिलाएं बिलख रही थीं। अंशिका का शव भी सड़क पर ही ले आया गया था। परिवार की महिलाएं चीखती-चिल्लाती रहीं। अंशिका के मायके वालों का कहना है कि जब से शादी हुई थी तभी से उसे परेशान किया जा रहा था। एक दिन पहले ही अंशिका ने मायके फोन कर बताया था कि वह बस रो रही है। घरवाले बात करने के लिए अंशिका के ससुराल आने ही वाले थे कि मंगलवार को उन्हें अंशिका की मौत की खबर मिल गई।