पहली जनवरी से नियमित तौर पर गंगा आरती की तर्ज पर सतलुज आरती आरंभ की जाएगी
ऊना/ सुशील पंडित : सतलुज के पवित्र घाट पर पहली जनवरी से नियमित तौर पर गंगा आरती की तर्ज पर सतलुज आरती आरंभ की जाएगी। इस बाबत आज यहां शिवपुरी विकास समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता सतीश कुमार ने की। बैठक की जानकारी देते हुए समिति के उपाध्यक्ष पंकज सहोड़ ने बताया कि गंगा आरती की तर्ज पर विभोर के सतलुज आरती करने पर सहमति बनी है। इसके लिए सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर ली गई हैं। पहली जनवरी, 2024 से शाम छह बजे इस महाआरती का शुभारंभ किया जा रहा है। समीति इस खास मौके को एतिहासिक बनाने की दिशा में प्रयासरत है। इसके लिए समिति सदस्यों ने कार्ययोजना तैयार की है। आरती की सरंचना और उसके प्रारूप को लेकर समिति के सदस्य बड़ी बारीकी से कार्य में जुटे हुए हैं। इस पर को स्वर्णिम अक्षरों में अंकित करने के लिए व्यापक पैमाने पर समिति सदस्यों ने कई प्रमुख पठाधीशों से वार्ता करने के बाद इस पर अंतिम निर्णय लिया है। समिति के उपाध्यक्ष पंकज सहोड़ ने बताया कि पंचगाटड़ा घाट पर पहुंच को सुगम बनाने के लिए एक अलग रास्ते का निर्माण भी किया जाएगा। जिस पर करीब तीन करोड़ रुपए का खर्च होने का अनुमान है। इस घाट को दुधिया रोशनी से सुसज्जित करने के लिए पंजाब तथा हिमाचल प्रदेश में इस क्षेत्र में स्थापित बड़े उद्योगों से संपर्क किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विभोर घाट को एलईडी लाइट्स से शाम के समय खूबसूरत दूधिया रोशनी के जगमग किए जाने का भी प्रस्ताव है। इस मौके पर प्रधान सतीश, उप प्रधान पंकज सहोड़, जय गोपाल शर्मा, वेद प्रकाश, धर्मपाल बंगा, सुरेंद्र, अभिषेक शर्मा, जसपाल, पवन कुमार, विनोद कुमार, मूलराज, कृष्ण अवतार, विनोद भोलू, विनोद विनोदी, संदीप शर्मा, सज्जन सिंह, शीलू, राणा मोहन सिंह व राणा जीत सिंह समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। समिति ने सतलुज आरती के लिए दो विद्धान पंडितों की नियुक्ति कर दी है। समिति ने निर्णय लिया है कि सर्दियों में सतलुज आरती का समय शाम 6 बजे रहेगा, जबकि ग्रीष्मकालीन सतलुज आरती का समय शाम 7 बजे होगा। पंचगाटड़ा घाट विभोर की सुंदरता को चार चांद लगाने व इसकी भव्यता को कायम करने के लिए स्थानीय लोगों का सहयोग लिया जाएगा। आने वाले समय पर सतलुज आरती को जनसहयोग के जरिए विस्तृत किया जाएगा, ताकि आने वाले युवी पीढ़ी को इसके साथ जोड़ा जा सके। हमारी प्राचीन संस्कृति तथा धरोहर को कायम रखने का जिम्मा आज की युवा पीढ़ी को सौंपा जाएगा। सतलुज आरती के शुभारंभ मौके पर समिति द्वारा विभिन्न पंजाब व हिमाचल प्रदेश की धार्मिक संस्थाओं के प्रमुखों को भी आमंत्रित किया जाएगा। इसके अलावा पंजाब व हिमाचल प्रदेश के बड़े राजनीतिक चेहरों को भी इस महाआरती में शामिल होने का निमंत्रण दिया जाएगा। इसमें केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस, हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री के अलावा मौजूदा विधायक व पूर्व विधायकों को इसमें शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। इसके अलावा समाज में उल्लेखनीय योगदान देने वाले प्रमुख धार्मिक, सामाजिक तथा राजनीतिक संस्थाओं के प्रमुखों को इस महाआरती के शुभारंभ मौके पर निमंत्रण दिया जाएगा।
