टीचर से बोला DSP- ड्यूटी करते वक्त गलती हुई, मजिस्ट्रेट जांच से बचा लो
चंडीगढ़ः कांग्रेस सरकार में तत्कालीन सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के शासनकाल के दौरान मानसा में हक मांग रहे बेरोजगार ETT टीचरों पर जमकर लाठियां बरसाने वाले डीएसपी गुरमीत सिंह अब उन्हीं शिक्षकों से माफी मांग रहा है। शिक्षकों के आगे गिड़गिड़ा रहा है उसे मजिस्ट्रेट जांच से बचा लो। शिक्षकों की मिन्नतें कर रहा है कि अपने बयान देकर उसकी फाइल बंद करवा दो। शिक्षकों के आगे नतमस्तक होकर अपनी गलती मानते हुए माफी मांगने वाले डीएसपी गुरमीत सिंह की सोशल मीडिया पर फोन की ऑडियो खूब वायरल हो रही है। फोन में डीएसपी एक ETT शिक्षक सुखबीर सिंह को कह रहा है कि उससे ड्यूटी करते हुए गलती हुई है उसे माफ कर दो। लाठीचार्ज की मजिस्ट्रेट जांच के कारण उसकी रिटायरमेंट फंस गई है। विभाग उसे हिसाब-किताब नहीं दे रहा है।
डीएसपी गुरमीत सिंह ने ETT शिक्षक से कहा कि मुझसे मानसा में ड्यूटी के दौरान गलती हुई थी। उसकी मजिस्ट्रेट की जांच पेंडिंग पड़ी है। पेंशन जाना है, लेकिन केस के कारण सारा मामला उलझ गया है। जॉब वाले हैं, आप जब तक बयान नहीं दोगे तक वह पीछा नहीं छोड़ेंगें। डीएसपी गुरमीत सिंह की बात पर आगे से शिक्षक बड़ी विनम्रता से कह रहा है कि आप चिंता न करो आपके हक मरने नहीं देंगे। इस पर पूरी तरह से टूटा हुआ DSP गुरमीत सिंह कहता है कि परमात्मा आपको किसी चीज की कमी न रखे। मैं तो डरता बात नहीं कर पा रहा था कि आप में मेरे प्रति गुस्सा होगा। मैं आप सभी से हाथ जोड़कर क्षमा याचक हूं। इस पर शिक्षक कहता है कि आपने अपना काम किया, हम अपना काम कर रहे थे। लेकिन अंत में फिर से डीएसपी गुरमीत सिंह कहता है कि बग्गा सिंह जी आपको अपना बयान देने पड़ेगा। इस पर बग्गा सिंह कहते हैं कि कोई बात नहीं वह बयान दे देंगे।
डीएसपी गुरमीत सिंह की ऑडियो वायरल होने के बाद उनकी खूब आलोचना हो रही है। सोशल मीडिया पर लोग कमेंट कर पंजाब पुलिस के अधिकारियों को कर्मचारी कह रहे हैं कि वह इस ऑडियो को सुन लें और सबक लें। राजनीतिक नेताओं और सरकारों के हाथ में न खेलें। कनाडा में रहने वाले एक डीएसपी ने कहा कि वह भी इसी विभाग से रिटायर हुआ है। इन पॉलिटिकल अतिवादियों के हाथ में न खेलो। उन्होंने कहा कि DSP गुरमीत सिंह सरासर गलत था। मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात डीएसपी का तो कोई हक ही नहीं है कि वह भी गिरफ्तार करके बस में बैठाए गए मास्टरों पर लाठियां बरसाए। जब मौके पर वर्दीधारी पुलिस मौजूद थी तो उसे ऐसा नहीं करना चाहिए था। भीड़ जब अनियंत्रित होती है तो डंडा चल जाता है, लेकिन बस में बैठे लोगों पर लाठिया बरसाना निहायत गैर कानूनी है।
