गुरदासपुरः पोंग डेम से पानी छोड़ने के कारण गुरदासपुर के पास लगते ब्यास में पानी का जलस्तर काफी बढ़ा गया है और धूसी बन कई जगहों पर टूट गया है। इस दौरान कई किसान और मजदूर पानी में फंस गए है। धुसी बांध में कई जगहों पर आई दरारों के कारण हज़ारों खेत पानी में डूब गए। कई गांव जिनमें जगतपुर, टांडा और दलेलपुर समेत कई गांवों पानी की चपेट में आ सकते है।
इलाके के लोगों की और से अपने लेवल पर पानी को रोकने के लिए JCB मशीने लगा कार धुसी में पड़े दरार को भरने की कोशिश की जा रही है। लोगों का कहना है के प्रशासन की और से उनकी कोई मदद नहीं की जा रही है। वह अपने लेवल पर ही आई दरार को भरने की कोशिश कर रहे है। इस मौके पर पहुंचे ADC गुरदासपुर ने कहा के पोंग डैम से पानी छोड़ने की वजह से पानी आया है, जल्द ही इसको कंट्रोल कर लिया जाएगा।
पौंग बांध से पानी छोड़े जाने के बाद ब्यास दरिया उफान पर है। इसी के चलते होशियारपुर के हाजीपुर मुकेरियां इलाके के कुछ गांवों में पानी भर गया है। प्रभावित इलाके के गांव बस्सी बेट सहित विभिन्न गांवों में राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाया जा रहा है। एनडीआरएफ की टीम के पहुंचने की भी सूचना है। मुकेरियां-गुरदासपुर सड़क पर पानी की तेज बहाव के कारण आवाजाही बंद कर दी गई है।
तलवाड़ा में ब्यास नदी का जलस्तर बहुत तेजी से बढ़ रहा था जिसके परिणामस्वरूप पंडोह और पौंग डैम से बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है। पौंग के बहाव क्षेत्र (डाउनस्ट्रीम एरिया) के साथ लगती पंचायतों के लोगों से अपील की गई कि वे दरिया के नजदीक न जाएं। पौंग के बहाव क्षेत्र के पास यदि कोई व्यक्ति या मवेशी हैं तो उन्हें तुरंत सुरक्षित स्थान पर ले जाएं। विशेषकर जयसिंहपुर, ज्वालाजी, देहरा, फतेहपुर, इंदौरा और जवाली क्षेत्र के लोग बहाव क्षेत्र से दूरी बनाकर रखें और किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में प्रशासन से सीधा संपर्क करें।
पौंग बांध से अधिक मात्रा में पानी छोड़ने से पहली बार बेला लुधियाड, बेला ठाकरान, बेली जट्टां में बाढ़ आ गई है। यहां करीब 80 लोग फंसे हैं। प्रशासन मौके पर है। पंजाब सरकार की तरफ से एनडीआरएफ बठिंडा और हिमाचल सरकार की तरफ से एनडीआरएफ नूरपुर की टीमें देर रात से ही पानी मे फंसे लोगों को निकालने में जुटी रही। इस बीच सेना के जवानों ने पीड़ितों की मदद के लिए मोर्चा संभाल लिया है। हिमाचल के इलाके में पानी बेला लुधियाड़, अनाज मंडी पुल के ऊपर से गुजर रहा है। ये पुल कभी भी गिर सकता है।