मोगाः पूर्व कांग्रेस विधायक और अब भाजपा नेता डाॅ. हरजोत कमल ने राज्य के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के खिलाफ दायर मानहानि का केस वापस ले लिया है। इसके साथ ही 3 साल से चल रही एनएच-105बी, बाइपास भूमि अधिग्रहण परियोजना में कथित घोटाले की चर्चा पर विराम लग गया है। पूर्व विधायक डाॅ. हरजोत कमल ने केस वापस लेते हुए कोर्ट में बयान दौरान मीडिया में छपी खबरों की ओर ध्यान दिलाते हुए यह साफ कर दिया गया था कि वह प्रेस कॉन्फ्रेंस में (हरजोत कमल) का नाम तो लिया नहीं, सिर्फ कांग्रेसी राजनीतिक नेताओं के शामिल होने की बात कही थी, चीफ ज्यूडिशल मजिस्ट्रेट शिल्पी गुप्ता की अदालत में इस मामले की अगली सुनवाई 4 अगस्त को होनी थी, लेकिन इसकी पेशी से पहले ही हरजोत कमल ने अदालत में केस वापस लेने की अर्जी दायर कर दी। इसके बाद कोर्ट ने पूर्व विधायक का बयान दर्ज कर केस को खारिज कर दिया है।
वहीं डाक्टर हरजोत कमल के वकील हरदीप सिंह लोधी ने मीडिया जानाकारी देते हुए बताया कि केस वापस ले लिया है। वकील का कहना था कि चीमा ने कोर्ट में यह विश्वास दिलाया कि मैंने हरजोत कमल पर पर्सनली इल्जाम नहीं लगाया था। यह आरोप जरनली कांग्रेस पार्टी पर लगाया था। जिस पर हरजोत कमल ने सहमति जताई और केस वापस ले लिया।