अपराध और सुरक्षापर जी20 सम्मेलन में आयोजित की गई
बददी/सचिन बैंसल : नालागढ़ के निवासी और विभिन्न कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ कार्यरत संदीप ठाकुर ने एनएफटी, एआई और मेटावर्स की युग में अपराध और सुरक्षापर जी20 सम्मेलन में आयोजित की गई चर्चा में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह सम्मेलन गुडग़ांव में 14 जुलाई को आयोजित हुआ था। संदीप ठाकुर, जो कि इनोवेटिव स्टार्टअप आईएकुरेटी फिनटैक में निदेशक के पद का कार्यभार संभाल रहे हैं, ने विश्व के पहले हाईपर-ऑटोमेटेड फोरेंसिक ऑडिट सॉफ्टवेयर, फंड ट्रेल के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह क्रांतिकारी प्लेटफॉर्म कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए जटिल प्रक्रियाओं को सरल बना रहा है। फंड ट्रेल की उन्नत तकनीक का उपयोग करते हुए जांचकर्ताओं को वित्तीय लेन-देनों का पता लगाने और विश्लेषण करने में सहायता मिलती है, जिससे अपराधियों के खिलाफ सतत संघर्ष में एक कदम आगे रहा जा सके। जी-20 सम्मेलन में संदीप ठाकुर द्वारा फंड ट्रेल की तकनीक का प्रस्तुतिकरण सराहा गया , और खासकर, सम्मेलन के दौरान उनके द्वारा विकसित सॉफ्टवेयर की मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा सराहना की गई।
अपने दृष्टिकोण को साझा करते हुए नालागढ़ निवासी संदीप ठाकुर ने कहा मेरा प्रमुख उद्देश्य ऐसे सॉफ्टवेयर्स विकसित करना है जो भारत को सबसे सुरक्षित देश बनाए। मैं भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों और भारतीय सेना के लिए एआई के आधार पर अधिक सॉफ्टवेयर विकसित करने के प्रति समर्पित हूं ताकि भारत सुरक्षित और अपराधमुक्त बन सके। पिछले 15 वर्षों से नालागढ़ में रह रहे संदीप अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार को देते हैं। उनके पिता, सेवानिवृत्त कर्मचारी प्रेम सिंह भरमौरिया , माता प्रेम लता, पत्नी मीना, जो डीपीएस नालागढ़ में अध्यापिका हैं, और उनके बच्चे, उनके जीवन के महत्वपूर्ण स्तम्भ रहे हैं। जी20 सम्मेलन में संदीप ठाकुर का असाधारण योगदान ए-आई और उन्नत तकनीकों की राष्ट्रीय सुरक्षा में परिवर्तनशील क्षमता को उजागर करता है। उनका देश की सुरक्षा के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने का मिशन उनके अद्वितीय दृष्टिकोण और समर्पण को दर्शाता है।