जालंधर/वरुणः कांग्रेस नेता राणा गुरजीत सिंह की मुश्किलें बढ़ती हुई दिखाई दे रही है। दरअसल, हाल ही में राणा गुरजीत सिंह वेस्ट हलके में प्रचार दौरान महिला को पैसे देने की एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। जिसके बाद उक्त मामला सीएम भगवंत मान के पास पहुंच गया। सीएम मान ने इस मामले पर कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने कहा कि वह महिला को पैसे देने के मामले में चुनाव आयोग को शिकायत करेंगे। सीएम मान विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस पैसों के बल पर लोगों को खरीदना चाहती है।
हालांकि इस मामले को लेकर राणा गुरजीत सिंह का बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा कि उन्होंने कपूरथला की बेटी होने के नाते उसे पैसे दिए थे। इस दौरान राणा गुरजीत सिंह ने कहा कि वहां पर सभी मोहल्ले वाले बाहर थे, ऐसे में अगर कोई कह दे कि उन्होंने मोहल्ले में सभी को पैसे दिए है तो वह अपने आप को दोषी मानते है। उन्होंने कहा कि उन्होंने सिर्फ अपनी कपूरथले की बेटी होने के नाते सिर्फ उसी को पैसे दिए थे। आप पार्टी द्वारा चुनाव आयोग के पास शिकायत को लेकर राणा गुरजीत सिंह ने कहा कि अगर उन्हें नोटिस मिला तो वहां पर भी वह अपना पक्ष खुलकर रखेंगे।
बता देंकि कुछ दिन पहले कांग्रेस के चुनाव प्रभारी कपूरथला के विधायक राणा गुरजीत सिंह प्रचार दौरान महिला को पैसे देते हुए नजर आ रहे थे। वीडियो में उनके साथ अमृतसर के सांसद भी नजर आ रहे हैं। यह वीडियो बस्तियों की बताई जा रही है। जिसमें राणा गुरजीत सिंह पहले किसी घर में गए और उसके बाद बाहर निकलने पर उन्हें एक महिला मिली। उन्होंने महिला से बातचीत की। इसके बाद अपने कुर्ते की ऊपर वाली जेब को टटोला, लेकिन उसमें कुछ पर्चियां निकली।
बाद में उन्होंने अपने किसी साथी को पैसे देने के लिए कहा। साथी ने तुरंत उन्हें 500-500 के नोट थमाए। राणा ने नोट बिना गिने आगे उनके साथ ही खड़ी महिला को जबरदस्ती पकड़ा दिए। हालांकि वीडियो में दिखाई दे रहा है कि महिला ने नोट सीधे नहीं पकड़े बल्कि राणा गुरजीत सिंह उन्हें नोट हाथ में थमाए। जब राणा गुरजीत सिंह ने महिला को नोट थमाए तो वह अकेली नहीं थी, उसके साथ और भी महिलाएं थीं। इस वायरल वीडियो के बाद आज सीएम मान ने इस वीडियो को लेकर कहा कि कांग्रेस और अकाली दल में 2022 में लोगों को बहुत पैसे बांटे थे। मान ने कहा कि लोग बहुत समझदार हो गए है और वह इनकों मुंह नहीं लगाएंगे। सीएम मान ने कहा कि पहले लोगों को दबा लो और बाद में उनको पैसे देकर वोट ले लो। ऐसा विपक्ष पहले भी करता आया है।