14 दिन के पुलिस रिमांड पर आरोपी
कई थानों में वांछित हो सकता है आरोपी, 40 हिमाचली युवकों से है संपर्क
ऊना/ सुशील पंडित : पुलिस अधीक्षक जिला ऊना अर्जित सेन ठाकुर के मार्गदर्शन तथा उप-पुलिस अधीक्षक हरोली अनिल पटियाल की अगुवाई मे पुलिस थाना हरोली प्रभारी सुनील साख्यान के नेतृत्व मे नशा माफिया पर लगातार सख्ती बरती जा रही है। हरोली पुलिस ने चौकी पंडोगा के अंतर्गत 27/2/2023 को नाकावंदी के दौरान एक युवक विवेक कुमार निवासी हमीरपुर को 5.56 ग्राम हेरोइन/चिट्टे सहित गिरफ्तार किया था। पुलिस टीम ने विवेक से पूछताछ करने पर हिमाचल में चिट्टा सप्लाई करने वाले मुख्य सप्लायर को पिछले कल लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है ।
मुख्य सप्लायर आरोपी की पहचान गगनदीप (33 वर्ष)पुत्र रमेश चन्द निवासी गली न0 18, रूपनगर थाना माडल टाउन जिला होशियारपुर(पंजाब) के रूप में हुई है। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले कल पुलिस ने आरोपी की रिहायश होशियारपुर मे भी दविश दी परंतु कोई खास सफलता हाथ नही लगी । मुख्य सप्लायर गगनदीप जो लंबे समय से हिमाचल के नौजवानों को इस तरह के नशे का व्यापार करके मौत के मुंह मे धकेल रहा था। पुलिस टीम ने फील्ड वर्क, सर्विलांस व मुखविरो से जानकारी प्राप्त करके पहले मुख्य सप्लायर को होशियारपुर से पूछताछ मे शामिल किया। परन्तु गगनदीप पुलिस को गच्चा देता रहा । आरोपी अलग अलग सोशल मीडिया प्लेटफार्म का प्रयोग करके ग्राहकों के सपंर्क में रहता था।
इलैक्ट्रोनिक माध्यमों से सबूत जुटाकर आखिरकार गगनदीप हरोली पुलिस के हत्थे चढ़ गया । थाना प्रभारी अनिल संख्या ने बताया कि आरोपी पहले भी 52 ग्राम हेरोइन के मुकद्दमे में होशियारपुर जेल में रहा है । अभी तक की पूछताछ में आरोपी लगभग 40 हिमाचली युवकों के साथ संपर्क मे रहना पाया जा रहा है। गगनदीप खुद भी करीब 3 वर्षों से चिटटे की गिरफ्त में है। माननीय अदालत में आरोपी को पेश किया गया जहां से उसे 14 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।
पुलिस थाना प्रभारी सुनील साख्यान ने बताया कि हरोली पुलिस नशे के खिलाफ जीरो टोलरेंस नीति पर काम कर रही है व किसी भी नशा तस्कर को नहीं बक्शा जायेगा । गगनदीप पुलिस थाना बडसर मे भी वाछित वताया जा रहा है। वडसर पुलिस भी आरोपी को अपने केस मे ले जाने के लिये सपंर्क में है । उन्होंने आम जनता से अपील की है कि हेरोइन/चिट्टा का नशा मौत को वुलावा है इसलिए आम जनता वढ- चढ कर इस नशे के खिलाफ सामने आये व अभिभावक वच्चों पर लगातार नजर रखें व स्कूल मे भी अध्यापक वर्ग वच्चों को इस नशे के दुषप्रभावों बारे अवगत करवाते रहें ।