जालंधर, अनिल वर्मा, वरुण अग्रवालः नगर निगम के लिए नार्थ हल्के के अधीन प्रताप बाग का इलाका बड़ी सिरदर्द बना हुआ है। जहां बीते 3 महीने दौरान बिल्डिंग विभाग ने आधा दर्जन से ज्यादा अवैध निर्माणों के खिलाफ कारवाई की और दर्जनों अवैध निर्माण कर रहे प्राप्टी मालिकों को नोटिस जारी किए थे। मगर अभी भी सियासी सिफारिशों के चलते लोग अवैध निर्माण करने से बाज नहीं आ रहे है। ताजा मामला पाल अस्पताल के नजदीक वाली गली का सामने आया है।
जहां एक विवादित प्लाट पर कब्जा कर वहां जिम खोलने के लिए दो हजार स्केयर फुट का लैंटर डाल दिया गया। जब बिल्डिंग विभाग के एटीपी सुखदेव वशिष्ट ने प्रॉपर्टी मालिक को काम बंद कर दस्तावेज पेश करने के लिए नोटिस जारी किया तो यह मामला एक दिग्गज सियासी नेता के दरबार पहुंच गया। जिसके बाद उक्त नेता ने अपने चहेते द्वारा किए गए अवैध निर्माण के खिलाफ कोई कारवाई न करने के लिए अपने अंदाज में ही दबाव बना कर कहा, ओए छोटे एह अपणा बंदा ए एदा ख्याल रखणा।

मगर इसके बाद एटीपी वशिष्ट द्वारा मामले की रिपोर्ट एमटीपी नीरज भट्टी के द्वारा कमिशनर अभिजीत कपलिश को भेज दी गई। जिसके बाद कमिशनर अभिजीत कपिलश ने उक्त अवैध निर्माण को डिमोलिश करने के आदेश जारी कर दिए। एटीपी सुखदेव ने कहा कि इस निर्माण का नगर निगम की ओर से कोई भी नक्शा पास नही किया गया था और नोटिस जारी कर काम बंद करने के लिए भी कई बार कहा जा रहा था। मगर प्रॉपर्टी मालिक काम बंद नहीं कर रहा था। जिसकी मौके की सारी वीडियोग्राफी कमिशनर साहब को भेज दी गई थी। जिसके बाद डिमोलेशन के आदेश जारी हुए तो आज कारवाई की गई।
उधर, प्रॉपर्टी मालिक ने मौके पर पहुंच कर एटीपी सुखदेव के खिलाफ बड़े आरोप लगाते हुए कहा कि उक्त जमीन का उसके बाद कई सालों से कब्जा है। बिजली का मीटर भी हमारे नाम का लगा हुआ है। नए निर्माण का राजीनाम करने के लिए नगर निगम में एप्लीकेशन दी थी, मगर एटीपी पैसों की मांग कर रहे थे जो हमने नहीं दिए। वहीं इस मामले को लेकर एटीपी सुखदेव का कहना है कि जो आरोप लगाए जा रहे हैं वह झूठे और बेबुनियाद है। जो भी कारवाई हुई नगर निगम एक्ट के अनुसार हुई है।