नई दिल्ली। बर्ड फ्लू या एवियन इंफ्लूएंजा पंछियों में होने वाली ऐसी बीमारी है जो इंफ्लूएंजा वायरस के कई स्ट्रेन के संक्रमण के कारण होती है. लेकिन हाल ही में इस वायरस का खतरनाक रूप H5N1 के स्तनधारी जीवों में आने से दहशत मच गई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने चेतावनी दी है कि इस वायरस का खतरनाक रूप इंसानों में भी दस्तक दे सकता है. इससे भी ज्यादा वैज्ञानिकों ने चिंता जताई है कि अगर यह इंसान में फैलता है तो बहुत जल्द यह कोरोना की तरह महामारी के रूप में बदल सकता है.
WHO के महानिदेशक ट्रड्रोस टेड्रोस अधनोम घेब्रेयसस ने कहा कि पिछले 25 साल से H5N1 वायरस बर्ड को अपना निशाना बनाते आ रहा है लेकिन अब यह बर्ड से स्तनधारी जीवों में पहुंच गया है. इसलिए इस विषय पर गहराई से अध्ययन करने की जरूरत है. उधर एक्सपर्ट का कहना है कि भले ही दुनिया दूसरी महामारी के लिए तैयार न हो लेकिन बर्ड फ्लू का स्तनधारी जीवों में पहुंचना महामारी का नया संकेत है.
खबर के मुताबिक ब्रिटिश सरकार के परामर्शदाता वैज्ञानिक प्रोफेसर इयान ब्राउन ने बताया कि स्थिति गंभीर हो रही है. बर्ड फ्लू स्तनधारी जीवों में तेजी से फैल रहा है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया है कि कोविड बाद स्वास्थ्यकर्मियों ने कितना कुछ सीखा है, यह नई महामारी को रोकने की दिशा में बहुत महत्वपूर्ण साबित हो सकता है. हालांकि दो अन्य वैज्ञानिकों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि कोविड के बाद भी दुनिया ने इससे सबक नहीं ली है. लेंसेट माइक्रोब में छपे एक लेख में वैज्ञानिक डॉ विक्टर डीजाऊ और प्रोफेसर प्रशांत यादव ने लिखा है कि कोविड ने दुनिया में ग्लोबल सप्लाई और मैनुफेक्चरिंग नेटवर्क की भारी कमियों को उजागर किया है. इससे कोरोना महामारी के दौरान रक्षात्मक कदम उठाए जाने की जरूरत को भारी धक्का लगा था. इसलिए उन्होंने नई महामारी को आशंका को देखते हुए व्यापक निगरानी प्रणाली पर जोर दिया है.
