जयपुर: सवाई मानसिंह (SMS) अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में देर रात लगी आग लग गई। SMS ट्रॉमा सेंटर के न्यूरो आईसीयू में लगी आग में अब तक 8 मरीजों की मौत हो चुकी है।इस घटना की जांच के लिए राज्य सरकार ने सोमवार यानी आज 6 सदस्यीय जांच समिति गठित की है। यह समिति एसएमएस हॉस्पिटल हादसे के कारणों, अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था और आग से निपटने के उपायों की विस्तृत समीक्षा करेगी। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को कारण बताया गया है। वहीं इस घटना के बाद सुबह एफएसएल की टीम मौके पर पहुंची है। हादसे के कारणाें की जांच के आदेश के बाद घटनास्थल से जानकारी जुटाई जा रही है।
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ਜੈਪੁਰ ਦੇ ਐਸਐਮਐਸ ਹਸਪਤਾਲ ਦੇ ਆਈਸੀਯੂ ਵਿੱਚ ਅੱਗ ਦੀ ਦਹਿਸ਼ਤ, 8 ਮਰੀਜ਼ਾਂ ਦੀ ਮੌਤ
SMS Hospital में आग लगने से 8 की मौ/त, 6 सदस्यीय जांच समिति गठित
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राजधानी में राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सवाई मानसिंह हॉस्पितल में रात 11 बजकर 20 मिनट पर आग लगी। यह आग ट्रॉमा सेंटर के न्यूरो आईसीयू वार्ड में लगी। आग के पीछे कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है, जो स्टोर में हुआ। इसी स्टोर में मरीजों से जुड़े कागज, आईसीयू का सामान और ब्लड सैंपल आदि रखे हुए थे। इस आईसीयू में 11 मरीज। वहीं पास ही दूसरे आईसीयू में 13 मरीज भर्ती थे। मरीजों ने आग की चिंगारी देख चिल्लाना शुरू किया। आग भड़की तो हड़कंप मच गया।
आगजनी की सूचना पर 12 बजे दमकल अस्पताल पहुंची और 20 मिनट में आग पर काबू पा लिया गया। इसी दौरान दम घुटने से 6 लोगों की जान चली गई। आईसीयू में अधिकतर मरीज गंभीर हालत थे और सुबह होते होते इनमें से मरने वालों की संख्या 8 पहुंच गई। स्वास्थ्य शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि समिति आग लगने के कारण, अस्पताल प्रशासन की तत्परता, ट्रॉमा सेंटर और SMS अस्पताल में फायर सेफ्टी उपकरणों की स्थिति और मरीजों की सुरक्षा व्यवस्था की जांच करेगी।
साथ ही यह भी देखा जाएगा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं। जांच समिति की अध्यक्षता चिकित्सा शिक्षा विभाग के आयुक्त अविकल खन्ना करेंगे। सदस्यों में डॉ. पुष्कर कुमार मीणा (अतिरिक्त निदेशक, अस्पताल प्रशासन), डॉ. चनु सिंह मीणा (मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जयपुर), अजय माथुर (मुख्य अभियंता, विद्युत, PWD), डॉ. आर.के. तंवर (अतिरिक्त प्राचार्य, SMS मेडिकल कॉलेज) और मुख्य अग्निशमन अधिकारी, नगर निगम जयपुर शामिल हैं।
समिति जल्द ही स्थल निरीक्षण कर विस्तृत रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगी। रिपोर्ट में जिम्मेदारियों का निर्धारण करने और अस्पतालों में फायर सेफ्टी प्रोटोकॉल को और सख्त बनाने के सुझाव भी दिए जाएंगे। उधर, पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने भी हादसे पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए ईश्वर से प्रार्थना की है कि इस हादसे में कम से कम जनहानि हो। साथ ही राज्य सरकार इस घटना की उच्च स्तरीय जांच करवाकर यह सुनिश्चित करे कि भविष्य में कहीं भी ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो सके।